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ऐसे में यह माना जा रहा है कि यदि इस तरह का मौसम अगले चार दिनों तक बना रहता है, तो इस बार मानसून भी समय से पहले आने की उम्मीद बढ़ जाएगी। आमतौर पर 26 से 28 जून के बीच मानसून के आने का निर्धारित समय है।
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) मौसम विभाग के अनुसार इस महीने पहली बार अधिकतम तापमान 35 डिग्री तक आया है। अभी तक अधिकतम पारा 45 डिग्री सेल्सियस तक जा चुका है। पांच जून से लेकर 19 जून के बीच सिर्फ तीन बार बदला मौसम लेकिन बूंदाबांदी तक ही सीमित रहा। एक बार शहर के सिर्फ आधे हिस्से में ही हल्की बारिश होकर थम गई।
अधिकतम से 20 प्रतिशत अधिक रही न्यूनतम नमी
सोमवार की शाम से उठे बादल रात में और घने हो गए। जिसकी वजह से रात में उमस काफी बढ़ गई। इस सीजन में पहली बार ऐसा हुआ जब हवा में नमी की न्यूनतम मात्रा अधिकतम से 20 प्रतिशत अधिक रिकॉर्ड की गई। सीएसए मौसम विभाग के अनुसार हवा में अधिकतम नमी की मात्रा 75 और न्यूनतम 95 प्रतिशत दर्ज की गई। रात में हवा में नमी बढ़ने की वजह से उमस काफी बढ़ गई। पंखे और कूलर भी इस उमस में जवाब दे गए थे।
लोगों ने लिया बारिश का मजा
शहरवासियों ने बड़े दिनों बाद हुई बारिश का पूरा आनंद लिया। बच्चे छतों और सड़कों पर बारिश में भीगे तो बाजारों में बारिश के बीच ही लोगों ने खरीददारी किया। विजयनगर की मीरा श्रीवास्तव, शकुंतला, स्नेहा बारिश में भीगते हुए शॉपिंग के लिए निकलीं। यह तीनों फोन करके अपनी सहेलियों से भी कह रहीं थी कि बहुत दिन बाद ऐसा मौसम आया है, बाहर निकलो। बाजारों, चौराहों, अपार्टमेंट सभी जगह लोगाें के बीच चर्चा का मुख्य विषय बारिश ही रही। यह पहली बारिश है जो पूरे शहर में हुई। यहां तक कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी तेज हवा के साथ सुबह से शाम तक रुक-रुककर बारिश होती रही।
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