Kasganj: दरोगा पर रिश्वत लेने का आरोपी, किसानों ने कोतवाली में किया हंगामा, पुलिस ने भांजी लाठियां

0
28

[ad_1]

घटनास्थल पर पहुंचे एसपी

घटनास्थल पर पहुंचे एसपी
– फोटो : अमर उजाला

ख़बर सुनें

कासगंज कोतवाली में तैनात दरोगा पर पांच हजार रुपये रिश्वत लेने का आरोप लगाकर किसान यूनियन स्वराज के नेता और कार्यकर्ताओं ने सोमवार को कोतवाली का घेराव कर दिया। दिनभर प्रदर्शन के बाद देर शाम किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं की भीड़ बढ़ने लगी। इसी बीच भाजपा के कई नेता कोतवाली पहुंचे तो उनकी किसान नेताओं के साथ नोकझोंक हो गई। 

प्रशासन और पुलिस ने दोनों पक्षों को समझा बुझाकर शांत किया, लेकिन किसानों के बीच फिर से आक्रोश बढ़ा और कुछ लोग कोतवाली में हंगामा करने लगे। उन्होंने महिला हेल्प डेस्क के शीशे और इंस्पेक्टर के आवास के दरवाजे तोड़ दिए। हंगामा बढ़ते देख पुलिस ने लाठी चार्ज कर किसानों को खदेड़ा। इससे भगदड़ मच गई और कुछ लोग घायल हो गए। वहीं, कई लोग अपनी बाइकें छोड़कर भाग गए। घटना की जानकारी मिलते ही बिलराम गेट, बारहद्वारी इलाकों में लोगों की काफी भीड़ एकत्रित हो गई। किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप पांडेय भी मौके पर पहुंच गए। 

दोपहर को ही पहुंच गए थे किसान 

इससे पहले दोपहर में भारतीय किसान यूनियन स्वराज के प्रदेश प्रभारी आशीष पांडेय के नेतृत्व में किसान नेता व किसान सदर कोतवाली पहुंचे। उन्होंने दरोगा भूदेव प्रसाद पर किसान मनोज यादव की मां से पांच हजार रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए आक्रोश व्यक्त किया। प्रदेश प्रभारी का कहना था कि मनोज की मां ने पायजेब बेचकर पांच हजार रुपये जुटाए और रिश्वत दी। 

धरना प्रदर्शन की सूचना पर एसडीएम एवं सीओ भी कोतवाली पहुंचे। उन्होंने किसान नेताओं को रिश्वत के आरोपों की जांच कर कार्रवाई करने का भरोसा दिया. लेकिन किसान नेता सहमत नहीं थे। उन्होंने तत्काल कार्रवाई की मांग की। यह गतिरोध लगातार जारी रहा। शाम को भाजपा के जिलाध्यक्ष केपी सिंह सोलंकी, भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष डीएस लोधी कोतवाली के सामने से निकले। भीड़ देखकर वह थाने पहुंचे। उसी दौरान किसान नेताओं व कार्यकर्ताओं की उनसे नोकझोंक होने लगी। 

रात करीब साढ़े नौ बजे हुआ हंगामा

दोनों पक्ष एक दूसरे पर आरोप- प्रत्यारोप लगाने लगे। इसके बाद भाजपा नेता चले गए, लेकिन किसान यूनियन के नेता व कार्यकर्ता कोतवाली में डटे रहे। अपर पुलिस अधीक्षक जितेंद्र दुबे, एसडीएम पंकज कुमार, सीओ अजीत चौहान भाकियू राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप पांडेय से वार्ता कर रहे थे। इसी बीच करीब रात 9:30 बजे किसानों की संख्या बढ़ने लगी। इनमें से कुछ लोग हंगामा करने लगे। 

पुलिस ने इन्हें खदेड़ने की कोशिश की फिर भी नहीं माने तो लाठीचार्ज कर दिया। इसके बाद सड़क पर एकत्रित कार्यकर्ताओं व लोगों को पुलिस ने लाठियां फटकारते हुए दौड़ाया। करीब एक घंटे तक अफरा तफरी का माहौल रहा। पुलिस अधीक्षक बीबीजीटीएस मूर्ति कोतवाली पहुंचे और किसान नेताओं से वार्ता की।

यह भी पढ़ें -  राष्ट्रपति के गांव से पीएम मोदी का परिवारवाद पर हमला ‘मैं किसी भी राजनीतिक दल का विरोधी नहीं हूं’

रिश्वत के आरोपी की जांच होगी

एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों ने किसान नेताओं से वार्ता की है। शीघ्र ही सहमति बनेगी। दरोगा पर 5000 रुपये रिश्वत के आरोपों की जांच सीओ सिटी को सौंपी गई है। दरोगा दोषी पाया गया तो कार्रवाई होगी।

भाकियू स्वराज के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप पांडेय ने कहा कि भाजपा के नेता मेरी हत्या कराना चाहते हैं। मुझ पर हमला किया है। पुलिस किसानों का लगातार उत्पीड़न कर रही है। भ्रष्टाचार की शिकायत करने पर पुलिस ने कार्यकर्ताओं को पीटा है। महिला ने 5000 रुपये की रिश्वत अपनी पायजेब बेचकर दी है। इसके बाद भी पुलिस अधिकारी कार्रवाई नहीं कर रहे। 

विस्तार

कासगंज कोतवाली में तैनात दरोगा पर पांच हजार रुपये रिश्वत लेने का आरोप लगाकर किसान यूनियन स्वराज के नेता और कार्यकर्ताओं ने सोमवार को कोतवाली का घेराव कर दिया। दिनभर प्रदर्शन के बाद देर शाम किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं की भीड़ बढ़ने लगी। इसी बीच भाजपा के कई नेता कोतवाली पहुंचे तो उनकी किसान नेताओं के साथ नोकझोंक हो गई। 

प्रशासन और पुलिस ने दोनों पक्षों को समझा बुझाकर शांत किया, लेकिन किसानों के बीच फिर से आक्रोश बढ़ा और कुछ लोग कोतवाली में हंगामा करने लगे। उन्होंने महिला हेल्प डेस्क के शीशे और इंस्पेक्टर के आवास के दरवाजे तोड़ दिए। हंगामा बढ़ते देख पुलिस ने लाठी चार्ज कर किसानों को खदेड़ा। इससे भगदड़ मच गई और कुछ लोग घायल हो गए। वहीं, कई लोग अपनी बाइकें छोड़कर भाग गए। घटना की जानकारी मिलते ही बिलराम गेट, बारहद्वारी इलाकों में लोगों की काफी भीड़ एकत्रित हो गई। किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप पांडेय भी मौके पर पहुंच गए। 

दोपहर को ही पहुंच गए थे किसान 

इससे पहले दोपहर में भारतीय किसान यूनियन स्वराज के प्रदेश प्रभारी आशीष पांडेय के नेतृत्व में किसान नेता व किसान सदर कोतवाली पहुंचे। उन्होंने दरोगा भूदेव प्रसाद पर किसान मनोज यादव की मां से पांच हजार रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए आक्रोश व्यक्त किया। प्रदेश प्रभारी का कहना था कि मनोज की मां ने पायजेब बेचकर पांच हजार रुपये जुटाए और रिश्वत दी। 

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here