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कासगंज में दहेज उत्पीड़न के मामले में जमानत पर कुछ समय पूर्व रिहा हुई बुजुर्ग महिला ने गुरुवार को दरियावगंज रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन से कटकर जान दे दी। वहीं, दरियावगंज-बल्लूपुर रेलवे स्टेशन के बीच एक भट्ठा श्रमिक ने भी आत्महत्या कर ली। बताया गया है कि ठेकेदार ने मजदूरी नहीं थी, जिससे वह परेशान था। पुलिस ने दोनों शवों का पोस्टमार्टम कराया है।
ट्रेन से कटकर जान देने वाली महिला तारावती (65) पत्नी लालाराम गांव ल्यौडइया की रहने वाली थी। उसका शव दरियावगंज-बल्लूपुर रेलवे स्टेशन के बीच पड़ा मिला। महिला ने किस ट्रेन के आगे आकर आत्महत्या की यह स्पष्ट नहीं हो सका है। सूचना पर पहुंची पटियाली पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
वृद्धा को 13 जुलाई को मिली थी जमानत
महिला के पुत्र राकेश कुमार ने पुलिस को बताया कि उसके छोटे भाई परवेंद्र की शादी 10 वर्ष पूर्व हुई थी। परवेंद्र की पत्नी गोल्डी ने जनवरी माह में पति, सास और जेठ के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मामला न्यायालय के आदेश पर दर्ज कराया था। दहेज उत्पीड़न के मामले में 13 जुलाई को वृद्धा को न्यायालय से जमानत मिली।
इस बीच पुत्रवधू के पक्ष से समझौते की बातचीत हुई। इस बातचीत में 10 लाख रुपये मांगे जाने की बात बड़े पुत्र राकेश ने बताई। ऐसी स्थिति में समझौता नहीं बना। इसी बात से वृद्धा आहत थी। उन्हें फिर से जेल जाने का डर था। वह रात को किसी समय बिना बताए घर से चली गईं और ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली। गुरुवार की सुबह घटना की जानकारी हुई।
भट्ठा श्रमिक ने भी ट्रेन से कटकर दी जान
कासगंज-कानपुर रेलमार्ग पर दरियावगंज-बल्लूपुर रेलवे स्टेशन के बीच भट्ठा श्रमिक रिंकू (25) ने ठेकेदार द्वारा मजदूरी के रुपये न देने पर ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली। मृतक के चाचा राधेश्याम ने बताया कि युवक अलीगंज में भट्ठे पर मजदूरी का काम करता था। वह अपनी मजूदरी के रुपये के लिए 15 दिन से ठेकेदार देशराज के पास जा रहा था, लेकिन वह उसे टाल देता था।
बुधवार को भी वह ठेकेदार के पास रुपये मांगने गया था। जब उसे रुपये नहीं मिले तो वह आहत होकर रात नौ घर पहुंचा। वह अपनी बाइक को घर पर खड़ी कर कहीं चला गया। परिजनों ने उसे तलाश किया गया, लेकिन वह कहीं नहीं मिला। गुरुवार की सुबह युवक का शव रेल लाइन पर मिला। युवक की मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। घटना की सूचना पर परिजन व ग्रामीण मौके पर पहुंचे।
पटियाली कोतवाली निरीक्षक गंगा प्रसाद ने बताया कि ट्रेन से कटकर बुजुर्ग महिला और श्रमिक युवक ने आत्महत्या की है। दोनों ही मामले की पुलिस जांच कर रही है कि आत्महत्या के पीछे क्या कारण रहे हैं। अभी कोई तहरीर दोनों मामलों में नहीं मिली है। पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम कराया है।
विस्तार
कासगंज में दहेज उत्पीड़न के मामले में जमानत पर कुछ समय पूर्व रिहा हुई बुजुर्ग महिला ने गुरुवार को दरियावगंज रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन से कटकर जान दे दी। वहीं, दरियावगंज-बल्लूपुर रेलवे स्टेशन के बीच एक भट्ठा श्रमिक ने भी आत्महत्या कर ली। बताया गया है कि ठेकेदार ने मजदूरी नहीं थी, जिससे वह परेशान था। पुलिस ने दोनों शवों का पोस्टमार्टम कराया है।
ट्रेन से कटकर जान देने वाली महिला तारावती (65) पत्नी लालाराम गांव ल्यौडइया की रहने वाली थी। उसका शव दरियावगंज-बल्लूपुर रेलवे स्टेशन के बीच पड़ा मिला। महिला ने किस ट्रेन के आगे आकर आत्महत्या की यह स्पष्ट नहीं हो सका है। सूचना पर पहुंची पटियाली पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
वृद्धा को 13 जुलाई को मिली थी जमानत
महिला के पुत्र राकेश कुमार ने पुलिस को बताया कि उसके छोटे भाई परवेंद्र की शादी 10 वर्ष पूर्व हुई थी। परवेंद्र की पत्नी गोल्डी ने जनवरी माह में पति, सास और जेठ के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मामला न्यायालय के आदेश पर दर्ज कराया था। दहेज उत्पीड़न के मामले में 13 जुलाई को वृद्धा को न्यायालय से जमानत मिली।
इस बीच पुत्रवधू के पक्ष से समझौते की बातचीत हुई। इस बातचीत में 10 लाख रुपये मांगे जाने की बात बड़े पुत्र राकेश ने बताई। ऐसी स्थिति में समझौता नहीं बना। इसी बात से वृद्धा आहत थी। उन्हें फिर से जेल जाने का डर था। वह रात को किसी समय बिना बताए घर से चली गईं और ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली। गुरुवार की सुबह घटना की जानकारी हुई।
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