अधिकारियों ने धाम क्षेत्र का जायजा लिया – फोटो : अमर उजाला
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काशी तमिल संगमम के लिए श्री काशी विश्वनाथ धाम में भी तैयारियां तेज हो गई हैं। इस दौरान आने वाले संतों, श्रद्धालु व आमजन के लिए मंदिर प्रशासन की ओर से इंतजाम किए जा रहे हैं। गुरुवार देर रात पहुंचे अधिकारियों ने धाम क्षेत्र का जायजा लिया और तैयारियों को परखा। मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि डमरू वादन से धाम में आने वालों का स्वागत होगा। पुष्प वर्षा और स्वस्तिवाचन किया जाएगा।
काशी तमिल संगमम में आने वाले सदस्यों के लिए विशेष प्रबंध किया गया है, अलग मार्ग से लेकर मंदिर में प्रसाद ग्रहण करने तक की व्यवस्था की गई है। यही नहीं पूरे एक माह तक चलने वाले आयोजन में अलग-अलग तिथियों पर लगभग 250 की संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचेंगे।
स्वागत सत्कार और पूरे धाम के बारे में जानकारी देने के लिए मंदिर के अलग-अलग अधिकारियों और कर्मचारियों को तैनात किया गया है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस अधिकारियों से चर्चा कर अलग अलग टीम को लगाने के लिए योजना तैयार की गई है। निरीक्षण के दौरान डीसीपी सूर्यकांत त्रिपाठी, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी निखिलेश मिश्रा, डिप्टी कलेक्टर कर्मेंद्र कुमार उपस्थित रहे।
तमिल संगमम की तैयारियों के मद्देनजर नगर निगम सफाई से लेकर लाइटिंग तक में जुट गया है। बृहस्पतिवार को नगर आयुक्त प्रणय सिंह ने कचहरी से लेकर बीएचयू तक का निरीक्षण किया। अतिथियों के स्वागत में सभी चौराहों को आकर्षक लाइटिंग से सजाने को कहा। नगर स्वास्थ्य अधिकारी को साफ-सफाई व्यवस्था बेहतर करने का निर्देश दिया। मुख्य अभियंता को नगर निगम की सड़कों के गड्ढे भरने को कहा। शहर में कहीं भी सीवर ओवरफ्लो न हो इसका ध्यान रखने का निर्देश दिया।
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक शंभु कुमार ने निदेशक तकनीकी पीपी सिंह के साथ बृहस्पतिवार को बीएचयू में तमिल संगमम में बिजली व्यवस्था जांची। बिजली आपूर्ति में सुरक्षा उपायों का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया। बीएचयू स्थित 132 केवीए उपक्रेंद्र जाकर अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया।
प्रबंध निदेशक ने निर्बाध बिजली व्यवस्था बहाल करने के निर्देश दिए। कहा कि आयोजन से पहले निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए सभी जरूरी उपाय कर लिए जाएं। किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शिफ्टवार कर्मचारी तैनात किए जाएंगे।
काशी और तमिलनाडु में भौगोलिक, साहित्यिक और सांस्कृतिक विविधताओं के बावजूद एक सिरा ऐसा भी है, जो कहीं न कहीं दोनों को एक दूसरे से जोड़ता है। साहित्य चाहे हिंदी हो या तमिल काशी का उल्लेख जरूर मिलेगा। शिक्षाविदों का मानना है कि तमिल संगमम से उत्तर-दक्षिण के बीच नए रास्ते खुलेंगे। वहीं, पुराने संबंधों का भी विस्तार होगा।
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काशी तमिल संगमम के लिए श्री काशी विश्वनाथ धाम में भी तैयारियां तेज हो गई हैं। इस दौरान आने वाले संतों, श्रद्धालु व आमजन के लिए मंदिर प्रशासन की ओर से इंतजाम किए जा रहे हैं। गुरुवार देर रात पहुंचे अधिकारियों ने धाम क्षेत्र का जायजा लिया और तैयारियों को परखा। मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि डमरू वादन से धाम में आने वालों का स्वागत होगा। पुष्प वर्षा और स्वस्तिवाचन किया जाएगा।
काशी तमिल संगमम में आने वाले सदस्यों के लिए विशेष प्रबंध किया गया है, अलग मार्ग से लेकर मंदिर में प्रसाद ग्रहण करने तक की व्यवस्था की गई है। यही नहीं पूरे एक माह तक चलने वाले आयोजन में अलग-अलग तिथियों पर लगभग 250 की संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचेंगे।
स्वागत सत्कार और पूरे धाम के बारे में जानकारी देने के लिए मंदिर के अलग-अलग अधिकारियों और कर्मचारियों को तैनात किया गया है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस अधिकारियों से चर्चा कर अलग अलग टीम को लगाने के लिए योजना तैयार की गई है। निरीक्षण के दौरान डीसीपी सूर्यकांत त्रिपाठी, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी निखिलेश मिश्रा, डिप्टी कलेक्टर कर्मेंद्र कुमार उपस्थित रहे।