तमिल मेहमानों के दसवें जत्थे का ढोल-डमरू से स्वागत – फोटो : अमर उजाला
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काशी तमिल संगमम में शामिल होने तमिलनाडु से दसवां जत्था शुक्रवार रात बनारस स्टेशन पहुंचा। इनमें मंदिरों के पुजारी, महंत और अर्चक शामिल हैं। डमरू की नाद और ढोल-ताशे के बीच पूर्वोत्तर रेलवे के डीआरएम रामाश्रय पांडेय व अन्य अफसरों ने स्वागत किया। तमिलनाडु से आए मेहमान श्री काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे। पुष्प वर्षा मंत्रोच्चार के बीच उनका भव्य स्वागत किया गया। सभी श्रद्धालुओं ने बाबा को जल अर्पण कर शंकराचार्य चौक परिसर में इकट्ठा हो गए। इसके बाद श्रद्धालुओं ने लोक नृत्य और गीतों के माध्यम से बाबा की स्तुति की।
उन्होंने बाबा का अपनी लोक कला के माध्यम से प्रस्तुति देकर आशीर्वाद प्राप्त किया। यात्रा के दौरान सभी श्रद्धालु मां गंगा के तट पर जाकर मां गंगा को प्रणाम कर मंगल कामना की। इसके पश्चात सभी श्रद्धालु माता विशालाक्षी और मां अन्नपूर्णा से आशीर्वाद लेने के लिए उनके दरबार पहुंचे जहां मत्था टेक कर आशीर्वाद प्राप्त किया। सभी श्रद्धालुओं ने अन्नपूर्णा भवन में जाकर दक्षिण भारतीय व्यंजनों का प्रसाद ग्रहण किया हर-हर महादेव और ओम नमः शिवाय के जयकारों से बाबा को प्रणाम करते हुए सभी लोग अपने गंतव्य को रवाना हो गए। इस मौके पर मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री सुनील कुमार वर्मा अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री निखिलेश मिश्रा सहित बड़ी संख्या में अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
काशी तमिल संगमम में शामिल होने तमिलनाडु से दसवां जत्था शुक्रवार रात बनारस स्टेशन पहुंचा। इनमें मंदिरों के पुजारी, महंत और अर्चक शामिल हैं। डमरू की नाद और ढोल-ताशे के बीच पूर्वोत्तर रेलवे के डीआरएम रामाश्रय पांडेय व अन्य अफसरों ने स्वागत किया। तमिलनाडु से आए मेहमान श्री काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे। पुष्प वर्षा मंत्रोच्चार के बीच उनका भव्य स्वागत किया गया। सभी श्रद्धालुओं ने बाबा को जल अर्पण कर शंकराचार्य चौक परिसर में इकट्ठा हो गए। इसके बाद श्रद्धालुओं ने लोक नृत्य और गीतों के माध्यम से बाबा की स्तुति की।