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आज्ञा हो तो मैं भी छेड़ूं वीणा की झंकारों को, मैं सूरज के साम्राज्य से आंख मिलाने वाला हूं, तालिबानी आतंकी सत्ता के मुंह पर थूक गए, पैरों में अंगारे बांधे और सीने में तूफान भरे, घायल धरती मां अंबर से पीड़ा कहने बैठी है, धरती से आतंकवाद का निपटारा गाता हूं मैं… जैसी कविताएं सुनाकर वरिष्ठ कवि हरिओम पंवार ने देशभक्ति की भावना जगाई।
मौका था, शुक्रवार को सीएमएस गोमतीनगर सभागार में ‘अमर उजाला’ और सेंचूरियन डिफेंस अकादमी के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित मां तुझे प्रणाम, एक शाम वतन के नाम कवि सम्मेलन का। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक व महापौर संयुक्ता भाटिया ने दीप प्रज्ज्वलित कर इसका शुभारंभ किया।
कवि सम्मेलन की शुरुआत अंकिता सिंह ने सरस्वती वंदना से की। इसके बाद उन्होंने बहुत चाहा मगर जज्बात की आंधी नहीं रुकती, महज सुनते रहे पर आहटों को गिन नहीं पाए, तमन्ना की इकाई गर दहाई में बदल जाए, वो जिस पर रब की रहमत होए नदी खारे समंदर के लिए जज्बात से तर है, भीड़ भरी है जो आंगन में एक दिन सब छंट जाएगी, गाकर शहीदों को नमन किया। स्माइलमैन सर्वेश अस्थाना ने श्मशान घाट के बोर्ड पर गया हमारा ध्यान लिखा था डिस्काउंट पर मुर्दे फूंकने का विशेष अभियान, सुनाकर खूब गुदगुदाया।
बच्ची प्रनिका ने अतिथियों का स्वागत किया। अवसर पर सेंचूरियन डिफेंस अकादमी के निदेशक शिशिर दीक्षित, मलाबार गोल्ड एंड डायमंड्स के लखनऊ इंचार्ज रौनक अवस्थी, उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष संजय गुप्ता, व्यापारी नेता सुरेश छबलानी, उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय गुप्ता, शैलेन्द्र राय डब्बू, सुनीता पांडेय भाजपा महिला मोर्चा जिला कोषाध्यक्ष, जीडी गोयंका पब्लिक स्कूल के चेयरमैन सर्वेश गोयल, संजय सिंह समाजसेवी, शिव देवी, अनिरुद्ध निगम, मो. अफ़ज़ल, श्याम सुंदर अग्रवाल, मनीष पांडे आदि उपस्थित रहे।
धर्म कर्म मर्म चारों धाम, वंदे मातरम
कवि श्लेष गौतम ने धर्म, जाति, मज़हब की बातें बाद में, दिल में सबसे पहले हिंदुस्तान होना चाहिए, सुनाकर तालियां बटोरीं। उन्होंने धर्म कर्म मर्म चारों धाम वंदे मातरम, हम तुम्हारे साथ चलना चाहते हैं, मुल्क की सूरत बदलना चाहते हैं, समय की धार के आगे सिकंदर हार जाते हैं, वाहवाही पाई। साथ ही धड़कन हमारे दिल की कोई सुन तो रहा है मिलने के ख्वाब मन में कोई बुन तो रहा है, पारा जाड़े में गिरा, नीयत पूरे साल, सुनाकर आनंदित किया।
… ऊंचा किए तिरंगा, सब एक साथ खड़े हैं,
कवि मुकेश श्रीवास्तव ने यूं तो अलग अलग हैं सारे, और सबमें झगड़े हैं, लेकिन ऊंचा किए तिरंगा, सब एक साथ खड़े हैं, बहनों के संग संग सरहद की रक्षा में धागे हो, हम लिए तिरंगा, सरहद की रक्षा में सबसे आगे हों, उम्मीदों की आभा चमके, अंधियारे डर डर भागे हों, सुनाकर तालियां बटोरीं।
हर गली से निकल रही तिरंगा यात्रा : पाठक
डिप्टी सीमए ब्रजेश पाठक ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के शुभ अवसर पर ‘अमर उजाला’ परिवार ने यह आयोजन किया है। यह कोई साधारण कवि सम्मेलन नहीं है। भारत माता का परचम बुलंद करने वाले हरिओम पंवार, स्माइलमैन सर्वेश अस्थाना, श्लेष गौतम, अंकिता सिंह व मुकेश श्रीवास्तव को सुनने का सुनहरा अवसर है। कहा कि इस बार हर गली में तिरंगा यात्रा निकल रही है। 15 अगस्त को हम सब अपने घरों पर तिरंगा फहराएंगे। कहा कि ‘अमर उजाला’ परिवार सामाजिक सरोकारों के लिए भी जाना जाता है। मैं इसे नमन करता हूं। इस मौके पर सबसे दिनचर्या को बदलकर स्वयं को रोगमुक्त बनाने की अपील की करता हूं। पाठक ने कहा, युवा 45 मिनट जरूर पसीना बहाएं। जब लोग निरोगी होंगे तो प्रदेश दोगुनी रफ्तार से बढ़ेगा।
आयोजन में इनका मिला साथ
सेंचूरियन डिफेंस अकादमी, इकाना स्पोर्ट्स सिटी, हुंडई, श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी, मलाबार गोल्ड एंड डायमंड्स, चरक हॉस्पिटल, दयाल पैराडाइस।
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