कानपुर। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के जच्चा-बच्चा अस्पताल में अब उन नवजात शिशुओं को भी मां का दूध उपलब्ध होगा, जो किसी कारण अपनी मां से दूर हो जाते हैं। गुरुवार को प्रसूति रोग विभाग व बाल रोग विभाग ने मिलकर अमेरिका के हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से आईं इलाना व पाथ संगठन से रेवेन के साथ लेक्टेशन मैनेजमेंट यूनिट के अंतर्गत ब्रेस्ट मिल्क एक्सप्रेशन रूम का उद्घाटन किया।
स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ.रेनू गुप्ता ने बताया कि यह यूनिट कम्युनिटी एम्पावरमेंट लैब के सहयोग से स्थापित की गई है। इसका मुख्य उद्देश्य उन माताओं की सहायता करना है, जिन्हें स्तनपान कराने में कठिनाई होती है, जिनको दूध पर्याप्त नहीं उतरता या जिनके शिशु जन्म के बाद किसी बीमारी की वजह से एनआईसीयू में भर्ती किए जाते हैं। ऐसे में मां और शिशु के बीच शारीरिक दूरी हो जाती है। यहां पर माताएं सुरक्षित और सम्मानजनक वातावरण में अपने दूध का संग्रहण कर सकेंगी, जिसे तत्परता से शिशु को एनआईसीयू तक पहुंचाया जाएगा।
इस दौरान डॉ.नीना गुप्ता, जच्चा-बच्चा अस्पताल की सीएमएस डॉ.अनीता गौतम, डॉ.पाविका लाल, डॉ.गरिमा गुप्ता, डॉ.रश्मि यादव, सिस्टम प्रीता समेत आदि डॉक्टर व स्टाफ मौजूद रहा। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो. संजय काला के मुताबिक हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से इस यूनिट के लिए दो इलेक्ट्रिक ब्रेस्ट पंप और दस मैनुअल ब्रेस्ट पंप प्राप्त हुए हैं। इन उपकरणों की सहायता से मां के दूध का संग्रहण कर, उसे समय रहते शिशु तक एनआईसीयू में पहुंचाया जाएगा।