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आगोश बरनवाल
– फोटो : amar ujala
विस्तार
शहरी या ग्रामीण, दोनों ही जगह पशुपालकों की सबसे बड़ी दो समस्याएं होती हैं। एक, अपने पशु को क्या खिलाएं जिससे दूध का उत्पादन बढ़े। दूसरा, पशु को बीमारी होने पर कहां से सही सलाह लें। इन समस्याओं का समाधान सुल्तानपुर के चार युवाओं ने अपने स्टार्टअप ई-फीड के जरिए किया है। इस मोबाइल एप ई-फीड पर पोषक तत्वों की गणना उनके न्यूट्रिशन कै लकुलेटर से की जा सकती है। यहां से पौष्टिक चारे व पशुओं की दवाएं भी खरीदी जा सकती है। इसके अलावा कंपनी के टोल फ्री नंबर 1800 270 7065 पर कॉल कर पशु चिकित्सक से उचित सलाह भी ली जा सकती है।
दो युवा आईआईटी, एक मणिपाल यूनिवर्सिटी व एक बीबीडी यूनिवर्सिटी से हैं पढ़े
आईआईटी धनबाद से ग्रेजुएट और स्टार्टअप के संस्थापकों में शामिल आगोश बरनवाल ने बताया कि वह सुल्तानपुर के अकबरपुर तहसील में आने वाले मिहिरपुर से आते हैं। यही पास के गांव के साथी अंकित पटेल आईआईटी मुंबई, कुमार रंजन एमटेक मणिपाल यूनीवर्सिटी, रवि कुमार चौहान बीबीडी यूनीवर्सिटी के साथ मिलकर ई-फीड पर काम शुरू किया। खुद गांव से होने की वजह से पशुपालकों की समस्या से बखूबी रूबरू थे। यही वजह थी कि इस क्षेत्र को हमने अपने स्टार्टअप के लिए चुना।
उन्होंने बताया कि इस एप से केवल 18 महीने में करीब 1.50 करोड़ रुपये की बिक्री की है। वह भी तब जब पशु चिकित्सक से सलाह पूरी तरह मुफ्त है। केवल पशु चिकित्सक बुलाने पर ही चार्ज देना होता है जोकि बहुत होता है। आगोश का कहना है कि 40 लाख से अधिक पशुपालकों को हमने डिजिटल रूप से प्रशिक्षित किया है।
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