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आगरा में लंपी वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। गाय और बैल के संदिग्ध मिलने के बाद रविवार को बरौली अहीर ब्लॉक के गांव बाद में एक साल की बछिया में संक्रमण के लक्षण मिले हैं। जांच पर पशु चिकित्सक पहुंचे। बछिया का उपचार शुरू किया है। सोमवार को सैंपलिंग होगी। इससे पहले अछनेरा के कचौरा गांव में एक गाय और खंदौली के खांडा गांव में बैल संदिग्ध मिल चुका है।
पशुपालक धर्मपाल ने बताया कि बछिया की उम्र एक साल है। शरीर पर गांठे उभर आई हैं। पशु ने खाना-पीना छोड़ दिया है। पशु चिकित्सक बीके सिंह ने बताया कि लंपी के लक्षण हो सकते हैं। बछिया को अन्य पशुओं से अलग रखा जा रहा है। प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए दवाएं दी गई हैं। अधिकारियों को अवगत कराया है। गांव में इससे पहले खुरपका, मुंहपका, गलाघोंटू जैसे रोगों के टीके तो लगाए गए थे, लेकिन लंपी रोग के लिए अभी किसी भी प्रकार का कोई टीकाकरण नहीं हुआ है।
खांडा में डाला पशु चिकित्सकों ने डेरा
खांडा गांव में बैल में लंपी वायरस के लक्षण मिलने के बाद रविवार को पशु चिकित्सकों ने गांव में डेरा डाल लिया है। आस-पास के गांव नगला हरिराम, नगला ताल एवं मां भगवती गौशाला आंवलखेड़ा में वैक्सीनेशन कराया गया। डॉ विपिन यादव ने बताया कि पशुओं में इस समय लंपी वायरस फैलने की आशंका है। नगला हरिराम से 4 पशुओं की सैंपल जांच के लिए मथुरा भेजे गए हैं। उधर, दो दिन पहले भेजे सैंपल की रिपोर्ट रविवार तक नहीं आ सकी।
पशुओं के प्रवेश पर नहीं लगी रोक
लंपी वायरस की रोकथाम के लिए शासन ने आगरा से सटे राजस्थान, मध्य प्रदेश व अन्य जिलों की सीमाएं सील के निर्देश दिए थे। पशुओं के प्रवेश पर रोक लगाई थी, लेकिन धरातल पर रोक नजर नहीं आ रही। पुलिस-प्रशासन ने इंतजाम नहीं किए। मथुरा सीमा से सटे अछनेरा में एक गाय संदिग्ध मिल चुकी है। हाथरस सीमा से सटे खांडा में बैल संदिग्ध मिल चुका है।
दस किमी. दायरे में करा रहे वैक्सीनेशन
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी विजयवीर चंद्रयाल ने बताया कि जहां संदिग्ध पशु मिले हैं। उनके पांच से दस किमी. दायरे में वैक्सीनेशन कराया जा रहा है। सोमवार को बछिया के सैंपल कराए जाएंगे। पशु पालक संदिग्ध पशुओं की सूचना कंट्रोल रूम पर दर्ज करा सकते हैं।
विस्तार
आगरा में लंपी वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। गाय और बैल के संदिग्ध मिलने के बाद रविवार को बरौली अहीर ब्लॉक के गांव बाद में एक साल की बछिया में संक्रमण के लक्षण मिले हैं। जांच पर पशु चिकित्सक पहुंचे। बछिया का उपचार शुरू किया है। सोमवार को सैंपलिंग होगी। इससे पहले अछनेरा के कचौरा गांव में एक गाय और खंदौली के खांडा गांव में बैल संदिग्ध मिल चुका है।
पशुपालक धर्मपाल ने बताया कि बछिया की उम्र एक साल है। शरीर पर गांठे उभर आई हैं। पशु ने खाना-पीना छोड़ दिया है। पशु चिकित्सक बीके सिंह ने बताया कि लंपी के लक्षण हो सकते हैं। बछिया को अन्य पशुओं से अलग रखा जा रहा है। प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए दवाएं दी गई हैं। अधिकारियों को अवगत कराया है। गांव में इससे पहले खुरपका, मुंहपका, गलाघोंटू जैसे रोगों के टीके तो लगाए गए थे, लेकिन लंपी रोग के लिए अभी किसी भी प्रकार का कोई टीकाकरण नहीं हुआ है।
खांडा में डाला पशु चिकित्सकों ने डेरा
खांडा गांव में बैल में लंपी वायरस के लक्षण मिलने के बाद रविवार को पशु चिकित्सकों ने गांव में डेरा डाल लिया है। आस-पास के गांव नगला हरिराम, नगला ताल एवं मां भगवती गौशाला आंवलखेड़ा में वैक्सीनेशन कराया गया। डॉ विपिन यादव ने बताया कि पशुओं में इस समय लंपी वायरस फैलने की आशंका है। नगला हरिराम से 4 पशुओं की सैंपल जांच के लिए मथुरा भेजे गए हैं। उधर, दो दिन पहले भेजे सैंपल की रिपोर्ट रविवार तक नहीं आ सकी।
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