महाशिवरात्रि पर मेरठ के बाबा औघड़नाथ मंदिर में शिवरात्रि के पावन पर्व पर सूर्योदय के साथ ही जलाभिषेक आरंभ हो गया। बच्चे, बुजुर्ग और महिलाओं ने भी कावड़ियों के साथ जलाभिषेक किया। हजारों कावड़ियों ने त्रयोदशी का जल बाबा औघड़नाथ मंदिर में चढ़ाया और अपने क्षेत्र के शिवालयों में चतुर्दशी का जलाभिषेक किया।
मंदिर में कावड़ियों की संख्या अधिक होने के कारण नंदी द्वार और गरुड़ द्वार दोनों पर ही कतारें रहीं। सुरक्षा की दृष्टि से पॉलिसी, आरएएफ और कमांडो भी सुरक्षा में रहे। मंदिर मार्ग पर दोनों तरफ अस्थाई दुकानें लगाई गईं। सेवा शिवरों निर्बाध सेवा की गई। सुबह से ही मौसम अनुकूल रहा। सुबह 8 बजे हल्की बूंदाबांदी भी हुई। मंदिर सुबह 9:30 तक लगभग 23 हजार शिव भक्तों ने और सात हजार कावड़ियों ने जलाभिषेक किया।
हरिद्वार से उत्तर प्रदेश के जिलों तक कांवड़ियों का सैलाब है। करीब दो साल बाद कांवड़ लाने का मौका मिला तो शिव भक्तों में आस्था का जुनून दोगुना हो गया। वहीं हरिद्वार से पश्चिमी यूपी के सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बिजनौर, बागपत और शामली तक हर तरफ बम भोले के जयकारों की आवाज गूंज रही है। कुछ कांवड़ तो कुछ जल लाकर शिव की भक्ति में लीन हैं तो कुछ उन्हें देखकर ही शिव की भक्ति में लीन हैं।
शिव के भजनों ने मनमोहा
शिव शंभु मेरा प्यारा आदि भजनों से मंदिर मार्ग पर खड़े लोग शिव के जयकारे लगा रहे थे। शिवलिंग पर गंगाजल, चंदन, भांग, धतूरा, दूध, दही और पंचामृत अर्पित किया।
130 सेवादारों ने बनाई व्यवस्था
मंदिर में व्यवस्था बनाने के लिए 130 सेवादार और कमिटी सदस्यों ने मंदिर में व्यवस्था बनाई। जलाभिषेक के लिए 5 हजार लोटे और गंगाजल की व्यवस्था दोनों द्वार पर रही। सीसीटीवी कैमरे से मंदिर में आने जाने वालों पर नजर रखी गई।
लड्डू गोपाल के साथ किया जलाभिषेक
माधवपुरम से अभिषेक के बाबा औघड़नाथ मंदिर पहुंची सुमन और गुड़िया अपने साथ लड्डू गोपाल को लेकर पहुंची। लड्डू गोपाल को भगवान भोलेनाथ के दर्शन कराए। शिवपुरम निवासी शिवाली ने बताया कि उन्होंने भी अपने लड्डू गोपाल से जलाभिषेक कराया।