छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ जारी है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह मुठभेड़ सुकमा जिले के केरलापाल थाना क्षेत्र में हो रही है। उन्होंने बताया कि केरलापाल थाना क्षेत्र में नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना पर शुक्रवार को सुकमा जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के संयुक्त दल को नक्सल विरोधी अभियान के लिए रवाना किया गया था। अधिकारियों ने बताया कि आज सुबह से सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच रूक-रूक कर मुठभेड़ हो रही है।
सुकमा जिले के एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि सुकमा-दंतेवाड़ा सीमा पर उपमपल्ली केरलापाल इलाके के जंगल में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ जारी है। वहीं बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि अब तक 16 नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं। वहीं 2 जवानों को मामूली चोटें आईं हैं। उन्होंने कहा कि इलाके में अभी भी मुठभेड़ जारी है। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ स्थल और आस-पास के क्षेत्रों में सुरक्षाबलों का खोजी अभियान जारी है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने देश को 31 मार्च 2026 तक नक्सल हिंसा से मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कार्रवाई लगातार जारी है। वर्तमान में छत्तीसगढ़ के 15 जिले नक्सलवाद से प्रभावित हैं। ये जिले बीजापुर, बस्तर, दंतेवाडा, धमतरी, गरियाबंद, कांकेर, कोंडागांव, महासमुंद और नारायणपुर, राजनांदगांव, मोहला मानपुर अंबागढ़, खैरागढ़ छुईखदान गंडई, सुकमा कबीरधाम और मुंगेली हैं। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बताया था कि साल 2013 में देश के 10 राज्यों के 126 जिले नक्सलवाद की चपेट में थे। वहीं, 2024 में 9 राज्यों के 38 जिले नक्सलवाद से प्रभावित हैं।