हरदोई। हरदोई के पाली पीएचसी में तैनात वार्ड आया की 14 वर्षीय बेटी के साथ एम्बुलेंस-102 के ड्राइवर मान सिंह यादव ने 14 सितंबर को दुष्कर्म किया था। आरोपी ने किशोरी को पानी के बहाने अपने कमरे में बुलाया और अमानवीय कृत्य के बाद धमकी देकर फरार हो गया। पीड़िता ने डर के मारे कई दिनों तक चुप रही, लेकिन मां को सच्चाई बताने पर मामला खुला।
पुलिस ने पॉक्सो और एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर उसकी तलाश शुरु कर दी। एसपी अशोक कुमार मीणा की तरफ से उसके ऊपर 25 हज़ार का ईनाम रखा गया। शनिवार की रात पुलिस से हुई मुठभेड़ में आरोपी एम्बुलेंस ड्राइवर के पैर में गोली लगी और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
बता दें कि 14 सितंबर को पाली पीएचसी पर तैनात वार्ड आया की 15 साल की बेटी उसे खाना देने के बाद वापस जा रही थी, उसी बीच वहीं पास में एम्बुलेंस-102 के ड्राइवर मान सिंह यादव ने उसे पानी के बहाने बुलाया और अपने कमरें में जा कर उसके साथ जबरन दुष्कर्म करते हुए किशोरी को धमकाया कि अगर कहीं कुछ बताया तो अंजाम खतरनाक होगा,डर की वजह से उसने घर वालों को कुछ नहीं बताया,लेकिन तकलीफ बढ़ने पर उसने अपनी मां को सारी बात बता दी।
वार्ड आया ने मंगलवार को पुलिस को की तहरीर देते हुए एम्बुलेंस ड्राइवर मान सिंह यादव पुत्र कृपाल सिंह निवासी वज़ीरगंज थाना कलान शाहजहांपुर के खिलाफ बीएनएस की धारा 64(1)/127(2)/351(3),पॉक्सो और एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज कराया। एसपी ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए उसके ऊपर 25 हज़ार का ईनाम रखा। शनिवार की देर शाम पाली पुलिस का पता चला कि ईनामी दुष्कर्मी गौरा उदयपुर मोड़ पर कहीं जाने की फिराक में खड़ा है। जिस पर एसएचओ पाली सोमपाल गंगवार ने एसआई अतुल शर्मा,एसआई विक्रांत चौधरी और एसआई विशाल तिवारी की पूरी टीम के साथ गौरा उदयपुर मोड़ पर घेराबंदी कर दी।
पुलिस को देखते ही आरोपी ने गोली चला दी, बचाव में पुलिस की तरफ से चलाई गई गोली उसके दाहिने पैर में लगी और वह वहीं गिर पड़ा। पुलिस टीम उसे सीएचसी सवायजपुर ले गई, जहां से उसे मेडिकल कालेज के लिए रिफर कर दिया गया।