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अधिवक्ताओं ने अपने प्रार्थना पत्र में कहा है कि चूंकि भगवान श्रीकृष्ण मथुरा में केवल 14 वर्ष तक ही रहे थे। इस कारण ब्रज में उनके बाल स्वरूप सेवा का भाव है। कोई भी व्यक्ति नहीं चाहेगा कि उसके बालक की दिनचर्या पर ऐसा असर पड़े कि वह आराम भी न कर पाए।
अधिवक्ताओं ने मार्मिक वेदना व्यक्त करते हुए कहा कि अदालत के समय परिवर्तन के आदेश से उनके ठाकुर की सेवा पर प्रतिकूल असर पड़ेगा। भक्तगण यह सहन नहीं कर सकेंगे। अधिवक्ता गिरधारी लाल शर्मा ने बताया कि अदालत द्वारा बहस सुनने के बाद प्रार्थना पत्र पर आदेश के लिए फाइल को रख लिया है।
अधिवक्ताओं ने अदालत को दिए गए प्रार्थना पत्र में यह भी बताया कि इससे पूर्व वर्ष 2017 में तत्कालीन सिटी मजिस्ट्रेट बसंत लाल व सीओ विजय शंकर मिश्र ने दर्शन की समयावधि बढ़ाने के लिए प्रार्थना पत्र दिया था। अदालत ने इस प्रार्थना पत्र को खारिज कर दिया था।
आदेश के अनुसार शरद ऋतु में सुबह 7.30 से दोपहर 1 बजे तक और शाम 4 से 9.30 तक मंदिर के पट खुलेंगे। ग्रीष्मकाल में नया समय सुबह 7 से दोपहर 12.30 बजे तक और शाम 5 से रात 10.30 तक किया गया है। अब तक दर्शन का समय सुबह 8.45 से दोपहर 1 बजे तक और शाम को 4.30 से रात 8.30 तक था।
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