वृंदावन के ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर में भीड़ के दबाव के कारण हुए हादसों से सबक लेकर मंदिर प्रबंधन ने ठाकुरजी के दर्शन का समय बढ़ाए जाने का निर्णय लिया है। मंदिर के प्रशासक सिविल जज जूनियर डिवीजन ने मंदिर के दर्शन के समय में बढ़ोतरी करने के आदेश जारी कर दिए हैं। इसके अनुसार, अब ठाकुर श्रीबांकेबिहारी जी सुबह और शाम साढ़े पांच-साढ़े पांच घंटे भक्तों को (कुल 11 घंटे) दर्शन देंगे। मंदिर के पट पहले 8 घंटे 15 मिनट खुलते थे।
ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर के प्रशासक सिविल जज जूनियर डिवीजन कोमल शुक्ला ने तत्काल प्रभाव से मंदिर के दर्शन समय में बढ़ोतरी करते हुए शरद ऋतु में सुबह 7.30 से दोपहर 1 बजे तक और शाम 4 से 9.30 तक करने के आदेश दिए हैं। ग्रीष्मकाल में नया समय सुबह 7 से दोपहर 12.30 बजे तक और शाम 5 से रात 10.30 तक किया गया है। अब तक मंदिर के दर्शन का समय सुबह 8.45 से दोपहर 1 बजे तक और शाम को 4.30 से रात 8.30 तक है।
घटना के बाद शुरू की थी मुहिम
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर मंगला आरती के दौरान बांकेबिहारी मंदिर में भीड़ के दबाव के कारण दो श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई थी। कई घायल हुए थे। अमर उजाला ने दर्शन का समय बढ़ाए जाने का अभियान शुरू किया था। इसमें मंदिर में दर्शन करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के साथ-साथ स्थानीय लोगों और सेवायत गोस्वामियों के पक्ष को भी प्रमुखता से रखा गया। इसका असर रहा कि हादसे के बाद जांच करने आए पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह और अलीगढ़ कमिश्नर गौरव दयाल ने अपनी जांच रिपोर्ट में मंदिर में दर्शन का समय बढ़ाए जाने का सुझाव दिया था।
विशेष पर्व में ही होता था परिवर्तन
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर विशेष पर्वों को छोड़कर आम दिनों में 8 घंटे 15 मिनट के लिए खुलता है। गर्मियों में सुबह 7:45 से दोपहर 12 बजे तक और शाम को 5:30 से शाम 9: 30 बजे तक। वहीं सर्दियों में 8:45 से दोपहर 1 बजे तक और शाम को 4:30 से शाम 8:30 तक खुलता है।
श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए मंदिर के रिसीवर/प्रशासक सिविल जज जूनियर डिवीजन ने आदेश जारी करते हुए मंदिर के पट खुलने के समय में वृद्धि का आदेश दिया है। ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर के प्रबंधक मुनीष शर्मा ने बताया कि आदेश मिलने के बाद सेवायतों से दर्शन का समय बढ़ाने को लेकर मंथन किया जा रहा है। दो या तीन दिन में नई व्यवस्था को मंदिर में लागू कर दिया जाएगा।
बांकेबिहारी के दर्शन की नई समय सारिणी से सेवायत समाज एवं मंदिर प्रबंधन असमंजस की स्थिति बनी हुई है। प्रशासक के आदेश में मंदिर में नियमानुसार पूरी सेवापद्धति के लिए उल्लेखित समय निर्धारित न होने से इसके क्रियान्वयन में बाधा उत्पन्न होने की संभावना है। इस आदेश में शृंगार के 15 मिनट के समय का भी उल्लेख न होने से राजभोग सेवाधिकारी और शयन भोग सेवाधिकारी असमंजस की स्थिति में हैं।
ठाकुरजी के सेवायत एवं इतिहासकार आचार्य प्रहलाद वल्लभ गोस्वामी ने बताया कि बांकेबिहारी मंदिर की रिसीवर सिविल जज जूनियर डिवीजन मथुरा के आदेश में दोनों समय कुल मिलाकर 11 घंटे तक ठाकुरजी के दर्शन सुलभ कराए जाने के आदेश देते हुए मंदिर प्रबंधन को अविलंब आदेश पूर्ति हेतु दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। इसी के साथ नई व्यवस्था से भक्तों को होने वाली सुविधा अथवा असुविधा से अगले 15 दिनों में अवगत कराए जाने के आदेश भी दिए गए। न्यायालय द्वारा शीतकाल में सुबह साढ़े सात से एक बजे तक और शाम को चार से साढ़े नौ बजे तक दर्शनार्थ समय निर्धारित किया गया है।