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मथुरा में खेत के बंटवारे को लेकर एक वर्ष से चल रहे झगड़े में शनिवार को फौजी ने अपने साथियों के साथ चाचा के घर में घुसकर उनके बेटे की खुरपी के प्रहार से हत्या कर दी। चाचा के कान काट डाले। परिजन ने मृतक के शव को सड़क पर रखकर जिला अस्पताल के सामने हंगामा किया। लगभग आधे घंटे तक मुख्य मार्ग अवरुद्ध रहा। एसपी देहात त्रिगुण विनेश ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज होने के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
थाना बलदेव क्षेत्र के गांव रदोई बुर्ज निवासी कृष्णवीर (27) शनिवार की सुबह घर के अंदर बैठा था। तभी चचेरा भाई फौजी हरिमुख छह साथियों के साथ घर में घुस आया और उसे पकड़कर सिर के पीछे हिस्से में खुरपी से वार किए। कृष्णवीर को बचाने आए पिता मान सिंह को भी खुरपी प्रहार से घायल कर दिया। परिजन कृष्णवीर को छौली अमीरपुर अस्पताल लेकर पहुंचे, यहां से चिकित्सकों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों द्वारा कृष्णवीर को मृत घोषित कर दिया।
इन आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
थानाध्यक्ष नरेंद्र यादव ने बताया कि मृतक कृष्णवीर के पिता मान सिंह ने आरोपी मथुरा सिंह पुत्र मोहनलाल, संजू उर्फ संजय, प्रमुख सिंह पुत्र मथुरा सिंह, यमुना देवी पत्नी हिरमुख सिंह, भारती देवी पत्नी प्रमुख सिंह, साहब सिंह पुत्र मिठ्ठन सिंह सभी निवासी रदोई, बलदेव व विजयवीर सिंह पुत्र जगवीर सिंह निवासी नगला रजुआ मथुरा (संजू का साला) के खिलाफ हत्या समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
कृष्णवीर जेल से छूटकर आया था
नौ जुलाई को कृष्णवीर के खिलाफ हरिमुख पक्ष ने मारपीट की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने कृष्णवीर को जेल भेज दिया था। 15 रोज पहले ही वह एक माह की जेल काटकर जमानत पर घर आया था। मान सिंह का आरोप है कि हरिमुख सेना पुलिस में कार्यरत है, जब भी गांव आता है पुलिस को उनके विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए उकसाता है।
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