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मध्य रात जन्मे भगवान श्रीकृष्ण के गोकुल पहुंचते ही प्रात:काल नंद के घर उत्सव का वातावरण हो गया। लाला के जन्म की बधाइयां गाए जाने लगीं। श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने बताया कि भागवत भवन को नंदभवन का स्वरूप प्रदान किया गया। बधाई गायन एवं उद्दाम नृत्य-संकीर्तन से संपूर्ण भागवत भवन गुंजायमान हो उठा। नंदोत्सव के इस पवित्र उत्सव में हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। इस महोत्सव में हजारों खिलौने, वस्त्र, बर्तन, मिष्ठान आदि सामग्री लुटाई गई।
द्वारिकाधीश मंदिर के मीडिया प्रभारी राकेश तिवारी एडवोकेट ने बताया कि प्रात: काल 10:00 बजे से मंदिर में नंदोत्सव मनाया गया। ठाकुर जी को पालने में विराजमान किया गया। बालगोपाल के दर्शन को बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े। मंदिर के सेवायतों ने श्रद्धालुओं पर खेल खिलौने, फल-फूल, मिठाई, आभूषण इत्यादि लुटाए। उन्होंने बताया कि नंद बाबा के घर जो आनंद हुआ है, उसकी खुशी मनाई।
प्राचीन ठाकुर केशव देव मंदिर में नंद उत्सव के शृंगार सेवायत टीटू गोस्वामी ने किया। मंदिर प्रांगण में शहनाई वादन हुआ। सभी भक्तों ने मिलकर अपने आराध्य का बधाई गायन किया। श्री कृष्ण सामूहिक संकीर्तन मंडल के सदस्यों ने बधाई गायन किया। नंद बाबा मनमोहन सराफ और यशोदा मां बनीं सविता अग्रवाल ने खिलौने मेवा लड्डू लुटाए गए। बधाई गीतों पर भक्तों ने जमकर नृत्य किया।
श्री दीर्घ विष्णु मंदिर सेवा संस्थान द्वारा नंदोत्सव पर सुबह से ही धार्मिक आयोजन किए गए। मंगला आरती हुई। पाग पंजीरी का प्रसाद लगाया गया। मंदिर महंत द्वारा खिलौने वितरित किए गए। महिला मंडल ने बधाई गायन किया। भूतेश्वर स्थित श्रीजी बाबा आश्रम में मथुराधीश प्रभु मंदिर में नंद उत्सव के अवसर पर स्वर्ण हिंडोले में ठाकुर बालकृष्ण प्रभु को विराजमान कर माता यशोदा एवं नंद बाबा के स्वरूप ने ठाकुर जी को झूला झुलाया।
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