[ad_1]
ख़बर सुनें
विस्तार
मथुरा के राजकीय संप्रेक्षण गृह (किशोर) में किशोरों से बर्बरता का मामला सामने आया है। आरोप है कि संप्रेक्षण गृह के चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों ने दो किशोरों को खंभों से बांधकर लाठी-डंडों से पीटा। पिटाई से किशोर जख्मी हो गए। उनके शरीर पर जख्म के निशान भी बर्बरता की गवाही दे रहे थे। मामला सामने आने के बाद पीड़ित किशोरों का मेडिकल कराया गया है।
संप्रेक्षण गृह में बंद दो किशोरों ने भागने का प्रयास किया। इसके लिए उन्होंने संप्रेक्षण गृह की दीवार से रोशनदान (जंगला) भी हटा दिया। दोनों भागने की वाले थे कि संप्रेक्षण गृह के कर्मचारियों ने उन्हें पकड़ लिया। इसके बाद दोनों को खंभे से बांध दिया। लाठी-डंडे और बेल्ट से बेरहमी से उनकी पिटाई की गई।
पीड़ितों ने जताया जान का खतरा
पीड़ित किशोर ने बताया कि संप्रेक्षण गृह के चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी विक्रांति, शेखर और सोनू ने उन्हें तालिबानी सजा दी। इस घटना के बाद किशोर भयभीत हैं। उन्हें डर है कि उन्हें संप्रेक्षण गृह में ही मार दिया ना जाए। उनके शरीर पर बेरहमी से की गई पिटाई के निशान बने हुए हैं।
पूरे मामले को संप्रेक्षण गृह प्रशासन ने दबाने का प्रयास किया। शुक्रवार को मामला खुल गया। जिला प्रोबेशन अधिकारी ने कहा कि दो बाल कैदियों ने भागने का प्रयास किया था। कर्मचारियों ने भागने से पूर्व ही उन्हें पकड़ा लिया। किशोरों का मेडिकल कराया गया है। जांच रिपोर्ट आने का इंतजार है। इस मामले में जो भी दोषी होगा, उस पर कार्रवाई होगी।
[ad_2]
Source link