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बसपा सुप्रीमो मायावती।
– फोटो : amar ujala
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बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि काफी सस्पेंस और लंबे इंतजार के बाद नगर निकाय चुनाव की घोषणा स्वागतयोग्य है, पर चुनाव निष्पक्ष होने चाहिए। सरकारी पक्षपात और अनुचित दखलअंदाजी नहीं होनी चाहिए। वह सोमवार को पार्टी के प्रदेश कार्यालय में मीडियाकर्मियों से बातचीत कर रही थीं।
उन्होंने कहा कि सरकारी जोड़-तोड़ के कारण इस चुनाव में एससी-एसटी, ओबीसी और महिलाओं के लिए जो आरक्षण की व्यवस्था की गई है, उसमें कई नियमों को ताक पर रखा गया है। नगर निगम में चुनाव ईवीएम की बजाय बैलेट पेपर से कराए जाने चाहिए। उन्होने यह भी कहा कि बसपा मजबूती से यह चुनाव लड़ेगी।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि भाजपा के लोग भी सपा की तरह ही इस चुनाव को चुनौतीपूर्ण मानकर जिस प्रकार के हथकंडे अपनाने में लगे हैं, वह अनुचित है। अब भाजपा और आरएसएस का पसमांदा मुस्लिम समाज का नया शिगूफा सामने आया है। सही बात यह है कि मुस्लिम समाज के प्रति भाजपा की घातक नीयत किसी से छिपी नहीं है। कांग्रेस व सपा की पिछली सरकारों और अब भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण पूरा प्रदेश ही पसमांदा बन गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा के मिथ्या प्रचारों, लुभावने वादों व भड़काऊ भाषणों से सभी को सावधान रहना होगा।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) नगर निकाय चुनावों की घोषणा का स्वागत करती है। हमारी सरकार और संबंधित अधिकारियों से अपील है कि वह चुनाव EVM से न कराकर बैलट पेपर से कराएं। BSP ने इन चुनावों को पूरी तैयार और दमदारी से लड़ेगी: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती, लखनऊ pic.twitter.com/7kGlS55xio
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 10, 2023
#WATCH प्रयागराज में हुई उमेश पाल की हत्या को लेकर जो तथ्य सामने आए हैं और इस घटना में अतीक की पत्नी का नाम आते ही व उसके फरार होने पर स्थिति बदल गई है। ऐसी स्थिति में हमारी पार्टी न अतीक की पत्नी और न ही उनके परिवार के अन्य सदस्य को वहां मेयर का टिकट नहीं देगी:BSP प्रमुख मायावती pic.twitter.com/pRnCIvioSv
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 10, 2023
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता या उसके परिवार के किसी भी सदस्य को चुनाव नहीं लड़ाया जाएगा। उमेश पाल हत्याकांड में अतीक की पत्नी का नाम आने पर अब स्थिति बदल गई है। शाइस्ता को पार्टी में रखा जाएगा या नहीं, इसका फैसला उसके पुलिस गिरफ्त में आने के बाद जो तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर लिया जाएगा। मायावती ने कहा कि बसपा कानून से ऊपर नहीं है। वह कानून का पूरा सम्मान करती है। गौरतलब है कि बसपा ने पूर्व में शाइस्ता को प्रयागराज से महापौर का प्रत्याशी घोषित किया था।
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