मुरादाबाद के भोजपुर का चर्चित सामूहिक दुष्कर्म मामला पुलिस की जांच में झूठा निकला। पुलिस ने इस मामले में कोर्ट में रिपोर्ट दाखिल कर आरोपी को जेल से रिहा करा दिया है। झूठा केस दर्ज कराने वाले युवती के फोटो और पूर्व राशन डीलर की तलाश में पुलिस जुटी है।
भोजपुर के एक गांव निवासी ग्रामीण ने 22 सितंबर को थाने में अपने बहनोई और इस्लामनगर के पूर्व राशन डीलर रईस व अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराया था।। जिसमें वादी ने बताया कि उसकी 19 वर्षीय मानसिक रूप से कमजोर बेटी एक सितंबर की शाम सात बजे मेला देखने गई थी। वह उसकी तलाश करते हुए पहुंचे तो वह निर्वस्त्र हालत में मिली थी। उसे वह घर लेकर आ गए थे। इसके बाद उसकी गैर मौजूदगी में उसका बहनोई घर आया और पूर्व राशन डीलर रईस व अन्य लोगों के साथ मिलकर उसे और उसकी पत्नी को मंदबुद्धि बताकर भोजपुर थाने में पांच युवकों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का झूठा केस दर्ज करा दिया था।
इसके बाद आरोपियों ने बेटी का निर्वस्त्र हालत का वीडियो वायरल कर दिया था। जिससे उनके परिवार की बहुत बदनामी हुई। सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस पहले ही एक आरोपी नौशे को जेल भेज चुकी थी। इस ही मामले में दो केस दर्ज होने के बाद एसएसपी ने मामले की जांच कराई। पुलिस ने पीड़िता, उसके पिता और ग्रामीणों के बयान दर्ज किए। जिन्होंने सामूहिक दुष्कर्म की घटना से इनकार किया।
इसके अलावा मेडिकल रिपोर्ट में भी दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई थी। विवेचना में मामला झूठा साबित हुआ। इसके बाद पुलिस ने कोर्ट में 169 की रिपोर्ट दाखिल की। जिसके आधार पर आरोपी जेल से रिहा हो गया। एसपी देहात संदीप कुमार मीणा ने बताया कि जांच में सामूहिक दुष्कर्म की घटना झूठी पाई गई है। झूठा केस दर्ज कराने वालों पर कार्रवाई की जा रही है।
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मुरादाबाद के भोजपुर का चर्चित सामूहिक दुष्कर्म मामला पुलिस की जांच में झूठा निकला। पुलिस ने इस मामले में कोर्ट में रिपोर्ट दाखिल कर आरोपी को जेल से रिहा करा दिया है। झूठा केस दर्ज कराने वाले युवती के फोटो और पूर्व राशन डीलर की तलाश में पुलिस जुटी है।