कानपुर। प्रयागराज से भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस को रविवार रात फर्रुखाबाद रूट के बर्राजपुर-बिल्हौर स्टेशन के बीच स्थित मुडेरी क्रासिंग के पास रेल ट्रैक पर भरा एलपीजी सिलेंडर रखकर पलटाकर उड़ाने की कोशिश साजिशकर्ताओं ने की थी।
इस घटना में कहीं न कहीं पुलिस, रेलवे के अधिकारियों के साथ एजेंसियों को आतंकी साजिश की बू आ रही है। जिसके खुलासे को लेकर घटना के तीसरे दिन मंगलवार को घटनास्थल से 2 किमी के क्षेत्र में चहुंओर एडीसीपी अपराध मनीष सोनकर और एडीसीपी पश्चिम विजयेंद्र के नेतृत्व में 100 से ज्यादा पुलिसकर्मियों व आरपीएफ ने झाड़ियों, खेतों और जंगल में सर्च ऑपरेशन चलाया।
अफसरों को आशंका थी कि साजिशकर्ता दुर्गम वाले स्थान में घटना को अंजाम देकर इन्हीं किन्हीं रास्तों से भागे होंगे। जिसके दौरान उनकी कोई न कोई संदिग्ध वस्तु मिल सकती है। सुबह 11 बजे शुरू हुआ ऑपरेशन शाम 4 बजे तक चलता रहा। हालांकि, इस दौरान पुलिसकर्मियों को कुछ भी नहीं मिला है।
मालूम हो कि ट्रेन के इंजन में सिलेंडर टकराने के बाद तेज आवाज के साथ करीब 50 मीटर दूर जा गिरा था। चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी थी। चालक ने क्रासिंग पर तैनात गेटमैन को मामले की जानकारी दी थी। इसके बाद रेलवे और पुलिस अधिकारियों को घटना से अवगत कराया गया तो सभी के होश उड़ गए थे। इस दौरान रेल में बैठे यात्रियों में चीखपुकार मच गई थी।
लखनऊ से लेकर दिल्ली तक के आलाधिकारियों के फोन घनघनाने लगे थे। घटनास्थल पर बाती लगी पेट्रोल भरी बोतल, माचिस और मिठाई के झोले में संदिग्ध पाउडरनुमा (पोटेशियम नाइट्रेट) बारूद मिला था। घटनास्थल पर पहुंचकर फोरेंसिक टीम ने एक-एक स्थान पर जांच पड़ताल की थी। इसके बाद उसे जांच के लिए लैब भेज दिया था। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस कमिश्नरेट, रेलवे, एनआईए, आईबी, एटीएस और कई सुरक्षा एजेसियां जांच में तेजी से जुट गई हैं।
सर्च ऑपरेशन की जैसे ही शुरूआत हुई उस समय तेज धूप निकली थी। इस दौरान टीमें खेत और जंगल की तरफ निकल गई। तभी मौसम ने करवट ली और तेज बारिश हो गई। जिस पर उन लोगों को छिपने का स्थान नहीं मिला। भीगी वर्दी में पानी भरे स्थानो पर सर्च करने में परेशानियों का सामना करना पड़ा। नाम न छापने पर दो पुलिसकर्मियों ने बताया कि उन लोगों को दो अलग-अलग स्थानों पर सर्प दिखे। जिसे देखने के बाद अपने को बचाकर काम किया।