महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के संस्थापक सप्ताह समारोह का शुभारंभ रविवार को शंखनाद के बीच शोभायात्रा से हुआ। शहर के प्रमुख चौराहों से शोभायात्रा गुजरी तो फिजा में देशभक्ति के तराने गूंज उठे। राष्ट्रगीत की धुन पर अलग-अलग गणवेश में शोभायात्रा का प्रतिनिधित्व कर रहे शैक्षिक संस्थाओं के विद्यार्थियों ने माहौल में जोश भर दिया।
मुख्य अतिथि पूर्व एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने शोभायात्रा के आरंभ की घोषणा की और उसके बाद सलामी देकर उसे रवाना किया। राष्ट्रगीत के बाद शंख ध्वनि के बीच पूरे अनुशासन के साथ शोभायात्रा निकली। शोभायात्रा में प्रतिबद्धता, समर्पण और अनुशासन सब कुछ देखने को मिला।
विविध झांकियों के साथ ‘भारत माता की जय’, वंदे मातरम, गांव-गांव में जाएंगे सामाजिक समता लाएंगे, एक बनेंगे नेक बनेंगे, विविधता में एकता भारत की विशेषता, अलग भाषा अलग वेश फिर भी अपना एक देश, हम सब हैं भारत के लाल, छूआछूत का कहां सवाल, स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत आदि के गगनभेदी नारों में आयोजन परिसर तब तक गूंजता रहा, जबतक यात्रा की सभी झांकियां बारी-बारी से रवाना नहीं हो गईं।
इससे पहले मुख्य अतिथि और मुख्यमंत्री ने ध्वजारोहण किया और महाराणा प्रताप, ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ व महंत अवेद्यनाथ की प्रतिमा पर पुष्पांजलि की। समारोह का संचालन डॉ. श्रीभगवान सिंह और आभार ज्ञापन डॉ. अरुण कुमार सिंह ने किया।
आकर्षण का केंद्र रहीं अग्निवीरों और वनटांगियों की झांकियां
शोभायात्रा के दौरान निकलने वाली झांकियों में अग्निवीरों और वनटांगियों की झांकियां आकर्षण का केंद्र रहीं। अग्निवीरों का रूप धारण किए हुए बच्चों को देखकर मुख्य अतिथि और उनकी पत्नी भी तालियां बजाने लगीं। इसी प्रकार वनटांगियों के वेष में बच्चों को भी देखने के लिए लोग अपने स्थानों से उठ गए।