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आठ जुलाई से मुड़िया पूर्णिमा मेला शुरू हो गया। अब श्रद्धालु भी इस खास अवसर पर जुटने लगे हैं। रविवार को देवशयनी एकादशी की पूर्व संध्या पर शनिवार को भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। रविवार की सुबह गिरिराज तलहटी में हर तरफ श्रद्धालुओं का सैलाब नजर आने लगा।
श्रद्धालुओं ने दानघाटी मंदिर में पूजा-अर्चना कर गिरिराज परिक्रमा शुरू की। गिरिराज महाराज के जयकारों से तलहटी गुंजायमान हो उठी। पहले दिन ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने से प्रशासन की व्यवस्थाओं की पोल खोल कर सामने आ गई। परिक्रमा मार्ग कई लाइटें बंद होने से अंधेरा छाया रहा। परिक्रमा मार्ग पर फैली पड़ी कंक्रीट से श्रद्धालुओं के पैर घायल हो गए।
दिल्ली से आई भावना शर्मा ने बताया कि 10 साल से मुड़िया मेला पर गिरिराजजी की परिक्रमा लगाने आ रहे हैं। इस बार पहले जैसी व्यवस्थाएं नहीं है, कई जगह अंधेरा है, परिक्रमा मार्ग पर कंक्रीट पड़ी हैं। जिससे पैर घायल हो गए हैं। यहां तक कि रोडवेज की बसों का टोटा पड़ गया।
कमिश्नर शनिवार को देर शाम डीएम, एसएसपी के साथ मुड़िया मेला की व्यवस्थाओं की हकीकत जानने के लिए गोवर्धन पहुंचे। अड़ींग में पार्किंग स्थल का जायजा लिया। इसके बाद अधिकारियों के काफिले के साथ महमदपुर बाईपास मार्ग पहुंचे। परिवहन निगम की बसों की संचालन व्यवस्था की जानकारी जुटाई।
मुड़िया मेला की व्यवस्थाओं को लेकर एसएसपी और डीएम सख्त नजर आ रहे हैं। श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ते देख एसएसपी अभिषेक यादव ने बाइक पर डीएम नवनीत चहल को बिठाया और परिक्रमा मार्ग पर सुरक्षा प्वाइंट का निरीक्षण किया। इससे पुलिस और प्रशासन के अधीनस्थ अधिकारियों में खलबली मच गई। हालांकि निरीक्षण के दौरान व्यवस्थाएं दुरुस्त मिलीं।
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