समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सोमवार सुबह नम आंखों से पिता मुलायम सिंह यादव की अस्थियां लेकर परिजनों संग सैफई से हरिद्वार के लिए रवाना हो गए। सैफई हवाई पट्टी से निजी विमान से वह देहरादून के जौली ग्रांट एयरपोर्ट पहुंचेंगे। वहां से हरिद्वार के गंगा घाट जाएंगे। जहां विधि-विधान से पूजन के बाद नेताजी मुलायम सिंह की अस्थियों को गंगा में विसर्जित करेंगे। अखिलेश यादव के साथ पत्नी डिंपल, चाचा शिवपाल सिंह यादव, आदित्य यादव, धर्मेंद्र यादव, अनुराग यादव, तेज प्रताप यादव भी हरिद्वार के लिए रवाना हुए। इन सबके देर शाम सैफई लौटने की संभावना है।
सैफई में हुआ था अंतिम संस्कार
नेताजी मुलायम सिंह यादव का गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में 10 अगस्त सोमवार सुबह 8:16 बजे निधन हो गया था। मंगलवार दोपहर 3:00 बजे महोत्सव ग्राउंड में बने समाधि स्थल पर मुलायम सिंह का अंतिम संस्कार किया गया था।
मुलायम सिंह यादव 82 साल के थे। मेदांता अस्पताल में वह वेंटिलेटर पर थे। पिछले रविवार से उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी। मुलायम सिंह यादव के अंतिम संस्कार में बेटे अखिलेश यादव ने उन्हें मुखाग्नि दी थी।
नहीं होगी मुलायम सिंह की तेरहवीं
सैफई की परम्परा के मुताबिक मुलायम सिंह यादव की तेरहवीं का आयोजन नहीं होगा। बुधवार शाम से पाठ होगा। 11वें दिन शुद्धिकरण हवन होगा। समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव मंगलवार को पंच तत्व में विलीन हो गए।
उनके पैतृक गांव सैफई में अंतिम संस्कार हुआ था। वहीं आज सुबह अखिलेश पिता की अस्थियां लेने के लिए गए और उसके बाद परिवार के साथ शुद्धिकरण संस्कार में शामिल हुए। सैफई की परम्परा के मुताबिक मुलायम सिंह यादव की तेरहवीं का आयोजन नहीं होगा। दरअसल सैफई में तेरहवीं की परंपरा नहीं है।
रीति रिवाज के मुताबिक 11 अक्टूबर से 11वें दिन शुद्धिकरण हवन होगा। सैफई के लोगों का मानना है कि अगर कोई बड़ा आदमी तेरहवीं करता है तो उसे देखकर गरीब आदमी भी करेगा और उस पर आर्थिक बोझ पड़ेगा। इसी वजह से यह व्यवस्था की गई है।