[ad_1]
संवाद न्यूज एजेंसी, मेरठ
Updated Sun, 14 May 2023 12:25 PM IST
भाजपा कार्यालय पर जश्न मनाते समर्थक
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
स्थानीय निकाय चुनाव के नतीजे पश्चिमी उत्तर प्रदेश की राजनीति के लिए संदेश भी हैं और संकेत भी। इसलिए कि यहां के सामाजिक समीकरणों से भाजपा को चुनौती मिलती रही है। शनिवार को आए नतीजों ने बता दिया कि पश्चिमी यूपी में भाजपा संगठन ने मजबूती से पैर जमा लिए हैं।
इसी चुनावी प्रबंधन के दम पर मेरठ, सहारनपुर, गाजियाबाद और मुरादाबाद चारों नगर निगम भगवामय हो गए हैं। इन तीनों मंडल में नगर पालिका और नगर पंचायतों में भी भाजपा ने 2017 के मुकाबले बढ़त बनाई है।
योगी आदित्यनाथ की माफिया के खिलाफ जीरो टोलरेंस नीति और उसके साथ पश्चिम यूपी में भाजपा की संगठनात्मक ताकत व चुनावी मैनेजमेंट बाजी मार गया। समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी कोई जिताऊ समीकरण नहीं बना पाई। चारों महापौर सीटों पर भाजपा की जीत 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले अहम मानी जा रही हैं।
यह भी पढ़ें: Meerut Nikay Chunav Results: भाजपा की रिकॉर्ड जीत, दूसरी बार महापौर बने हरिकांत अहलूवालिया
[ad_2]
Source link