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Asad Ahmad encounter: Atiq Ahmad with his brother Ashraf Ahmad
– फोटो : अमर उजाला।
विस्तार
निकाय चुनाव को लेकर इस बार प्रयागराज दो मुद्दों से खासा चर्चा में माना गया था। इनमें से एक हाल ही में हुआ अतीक-अशरफ हत्याकांड भी रहा। माना जा रहा था कि कम से अतीक के गढ़ में तो यह घटनाक्रम चुनाव को जरूर प्रभावित करेगा। वोटिंग के दौरान बृहस्पतिवार को जब मतदाताओं से इस संबंध में बात की गई तो वह अतीक के नाम पर कुछ बोलने से कतराते रहे। हालांकि उनके चेहरों की तल्खी ने बता दिया कि घटना को लेकर कहीं न कहीं नाराजगी जरूर है।
अतीक के चकिया स्थित पैतृक मकान के ठीक सामने अलहमरा फारुखी गर्ल्स इंटर कॉलेज स्थित है। यह वार्ड नंबर 44 के लिए मतदान केंद्र बनाया गया था। वोटिंग के लिए आने वाले हर शख्स की नजर ठीक सामने स्थित माफिया के मकान के मलबे पर जरूर पड़ रही थी। चकिया निवासी सरवर अली यहां वोट डालकर निकले तो हमने उनसे पूछा कि किस मुद्दे पर वोट डाला। इस पर उनका जवाब था कि पार्षदी का चुनाव संबंधों का भी चुनाव होता है, ऐसे में कई बार प्रत्याशी इसी सोच के साथ चुना जाता है। जब उनसे हालिया घटनाक्रम को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने साफ इंकार किया कि उन्हें ऐसा नहीं लगता।
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