अवैध रूप से चल रहे बायोडीजल के नौ पंप सील

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शाहजहांपुर। डीएम ने बायोडीजल पंप से अवैध रूप से डीजल और पेट्रोल बेचे जाने का खेल पकड़ा है। प्रशासन की टीम ने बिना लाइसेंस व एनओसी चल रहे नौ बायोडीजल पंप को मंगलवार सुबह छापा मारकर सील कर दिया। यह पंप बायोडीजल पंप के नाम पर नॉर्मल डीजल और पेट्रोल पंप का कार्य कर रहे थे। जबकि इनके पास इस कार्य को करने के लिए कोई लाइसेंस या प्रमाण पत्र नहीं था। सभी पंप से 2498 लीटर डीजल और 735 लीटर पेट्रोल को भी सील कर कब्जे में लिया गया है। बायोडीजल पंप संचालकों के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई जा रही है।

डीएम धर्मेंद्र प्रताप सिंह को मीडिया के माध्यम से शिकायत मिली थी कि जिले में तमाम पेट्रोल पंप बिना लाइसेंस और एनओसी के अवैध रूप से चल रहे हैं। यह पंप बायोडीजल पंप होने का दावा करते हैं, लेकिन साल 2020 के बाद किसी भी पंप संचालक को न तो बायोडीजल बेचने का लाइसेंस दिया गया है और न ही कोई लाइसेंस रिन्यूवल किया गया है। जांच के दौरान पता चला कि बायोडीजल पंप को संचालक पूरी तरह से अवैध हैं। इसके बाद इस तरह के पंप को चिह्नित किया गया। डीएम के आदेश पर मंगलवार सुबह सभी पंप पर एक साथ छापा मारा गया। मौके पर पंप संचालक कोई भी वैद्य दस्तावेज नहीं दिखा पाए, जिससे साबित हो गया कि पेट्रोल पंप का संचालन अवैध रूप से किया जा रहा है। इसके बाद ग्राम देवकली में बण्डा से नभीची रोड पर स्थित बायोडीजल पंप को सील कर दिया गया है। इसी तरह पीसताला, सिधौली थाने के सामने बिलिंदापुर रोड पर स्थित बायोडीजल पंप, ग्राम कोटाबारी में पुवायां- शाहजहापुर मार्ग पर स्थित ईंट भटठे के पास वाले पंप को सील किया गया। ग्राम दलेलापुर में बण्डा पुवायां मार्ग पर स्थित बायोडीजल पेट्रोल पंप, मुड़िया कुर्मियात रोड स्थित ग्राम ढकिया तिवारी स्थित बायोडीजल पंप को सील किया गया। निगोही से ढकिया तिवारी मार्ग पर ग्राम जौराभूड़ स्थित पंप, जलालाबाद कटरा मार्ग पर जौराभूड़ मुख्य बाजार में ग्राम राजनपुर द्वितीय, तिलहर मुख्यालय से लगभग छह किमी दूर स्थित ग्राम राजनपुर, तिलहर मुख्यालय से लगभग छह किमी दूर स्थित ग्राम ताहरपुर, सिधौली से महानंदपुर रोड पर स्थित पेट्रोल पंप को सील किया गया है। डीएम ने बताया कि सभी के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई जा रही है। डीएम धर्मंद्र प्रताप सिंह ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट में पत्रकारों को बताया कि पूरे मामले की रिपोर्ट बनाकर शासन को भेजी जाएगी ताकि अगर प्रदेश स्तर पर इस तरह का घोटाला किया जा रहा हो तो उस पर भी कार्रवाई हो सके।

बायो डीजल के पंप पर बिक रहे पेट्रोल और डीजल की शिकायत पर पहुंचे अधिकारियों ने पंप को अग्रिम कार्यवाही तक सील कर दिया है। बंडा के गांव देवकली में बने अजय फिलिंग स्टेशन पर अवैध रूप से पेट्रोल और डीजल की बिक्री किए जाने की शिकायत करीब एक माह पूर्व जिलाधिकारी शाहजहांपुर से की गई थी। शिकायतकर्ता के अनुसार पंप का लाइसेंस बायोडीजल का बना हुआ था जबकि उस पर लगातार महीनों से पेट्रोल और डीजल की बिक्री की जा रही थी। जबकि लाइसेंस का रिन्यूवल भी नहीं था। शिकायत का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह के निर्देश पर एक टीम का गठन किया गया। मंगलवार सुबह करीब नौ बजे एसडीएम पुवायां चित्रा निर्वाल, क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी अनिल कुमार, नायब तहसीलदार पंकज कुमार आदि गांव देवकली पहुंचे। जहां बने अजय फिलिंग स्टेशन पर अधिकारियों ने पहुंचकर करीब तीन घंटे से अधिक बैठकर दस्तावेजों की जांच पड़ताल की। शिकायत के अनुसार पेट्रोल और डीजल की बिक्री का लाइसेंस न मिलने और पंप स्वामी के केंद्र पर न पहुंचने पर अधिकारियों ने पंप सील कर दिया। इसके साथ ही पंप पर लगे पेट्रोल और डीजल के दोनों टैंकरों को भी सील कर दिया गया है। साथ ही गांव के पूर्व प्रधान को इसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस दौरान एसडीएम ने कहा कि यदि पंप पर लगाई गई सील के साथ कोई भी छेड़छाड़ की जाती है तो एफआईआर दर्ज कर विधिक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।

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इस संबंध में एसडीएम पुवायां चित्रा निर्वाल ने बताया कि पंप पर बायोडीजल की बजाय डीजल और पेट्रोल की बिक्री किए जाने की शिकायत जिलाधिकारी से की गई थी, जहां से आदेश मिलने के बाद पंप को सील किया गया है। तब तक के लिए गांव के एक व्यक्ति को पंप की देखभाल के लिए सुपुर्द किया गया है।

ग्रामीण क्षेत्र में संचालित पेट्रोल पंप को मंगलवार की सुबह एसडीएम सदर ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की और बाद में सील कर दिया। कस्बे से बिलंदपुर गद्दीपुर जाने वाले संपर्क मार्ग पर गांव पीरताला की निकट बीते दो वर्षों से संचालित पेट्रोल पंप का सुबह के समय एसडीएम सदर संजय पाण्डेय ने गोपनीय तरीके से निरीक्षण किया। आवश्यक दस्तावेज जिसमें स्टॉक पंजिका और कर्मचारी ड्यूटी आदि का बारीकी से निरीक्षण करने के बाद एसडीएम ने मशीनों में लॉक लगवाकर चाबियों को कब्जे में लेने के बाद पेट्रोल पंप के कार्यालय को भी सील कर दिया। एसडीएम पेट्रोल पंप पर रखे आवश्यक दस्तावेज भी अपने साथ ले गए। हालांकि निरीक्षण करने के दौरान एसडीएम ने निरीक्षण को गोपनीय कार्रवाई बताया था। उधर, पम्प संचालक मुमताज ने बताया कि उनके द्वारा पम्प का नियमानुसार संचालन कराया जा रहा था। पम्प खुलवाने के लिए उच्चाधिकारियों से गुहार लगाएंगे।

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