केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के समक्ष उस समय अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई जब वह जिस स्कूटी पर सवार थीं उसमें नंबर प्लेट ही नहीं लगी थी। वह प्रयागराज में तिरंगा यात्रा में शामिल होने के लिए शनिवार को पहुंची थीं। यात्रा शुरू होने से पहले जब वह स्कूटी पर सवार हुईं तो किसी ने बताया कि मैडम इसमें नंबर प्लेट नहीं लगा है। वह तुरंत स्कूटी से नीचे उतर गईं।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने स्कूटी पर बैठने से पहले हेलमेट मांगा। पहले वह एक नीली रंग की स्कूटी में बैठीं। इस बीच भाजपा नेता अभिषेक शुक्ला ने ध्यान दिलाया कि स्कूटी में नंबर नहीं है। स्मृति उससे उतर गई। बाद में वहां एक अन्य महिला ने उन्हें अपनी स्कूटी दी और वह खुद उनके पीछे बैठ गई। इस दौरान स्मृति ने दूसरों को भी हिदायत दी कि बिना हेलमेट के रैली में न शामिल हों।
मातृशक्तियों ने तिरंगा यात्रा में दिखाया दमखम
भाजपा महिला मोर्चा की ओर से शनिवार को तिरंगा यात्रा हनुमान मंदिर चौराहा से चंद्रशेखर आजाद पार्क तक निकाली गई। यात्रा में शामिल मातृशक्तियों ने भारत माता के जयकारेे, वंदे मातरम का उद्घोष कर अपना दमखम दिखाया।
यात्रा के आगे-आगे छोटी बच्चियों की रोलर स्केटिंग आकर्षण का केंद्र रही। हाथों में तिरंगा लेकर महिला मोर्चा की पदाधिकारी सांसद केशरी देवी पटेल एवं महामंडलेश्वर कौशल्या आनंद गिरि के साथ चंद्रशेखर आजाद पार्क तक गईं। यात्रा का नेतृत्व प्रदेश महिला मोर्चा की मंत्री कविता यादव त्रिपाठी ने किया। इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री कीर्तिका अग्रवाल, अर्चना शुक्ला, वंदना सिंह, शशि वार्ष्णेय, शिखा रस्तोगी, रीता सिंह, मृदुला पांडेय, दुर्गेश नंदिनी, चंद्रा अहलुवालिया, कल्पना शर्मा आदि मौजूद रहीं।
मशाल जुलूस निकालकर शहीदों को किया गया याद
आजादी के अमृत महोत्सव आयोजन के तहत 13 अगस्त 1943 को हुए शहीदों की याद में प्रयागराज के व्यापारियों एवं अन्य संगठनों से जुड़े पदाधिकारियों ने शनिवार को मशाल जुलूस निकाला। इस दौरान शहीद अब्दुल मजीद राईन, मुरारी मोहन भट्टाचार्य, भगवती प्रसाद आदि को याद किया गया।
मशाल जुलूस घंटाघर से चला जो बजाजा पट्टी होेते हुए नीम के पेड़ के नीचे शहीद स्थल तक गया। वहां सभी शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर शहीद अब्दुल राईन के भतीजे एवं व्यापारी नेता मो. कादिर ने बताया कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के भारत छोड़ों आंदोलन के दौरान जानसेनगंज से घंटाघर की ओर आ रहे नौजवान जो इंकलाब जिंदाबाद आदि नारे लगाते हुए आ रहे थे, उन पर अंग्रेजों ने फायरिंग शुरू कर दी।
13 अगस्त 1943 में हुए इस वाकये में अब्दुल मजीद राईन , मुरारी मोहन भट्टाचार्य एवं भगवती प्रसाद गोली लगने से शहीद हो गए। उधर मशाल जुलूस में वंदे मातरम, भारत माता के जयकारे भी लगाए गए। इस अवसर पर सुशील खरबंदा, शिवशंकर सिंह, शरद मालवीय, दिनेश सिंह, नेम यादव, धनंजय सिंह, मुकुंद तिवारी, वीरेंद्र पाठक, मुसाब खान, हिमांशु गुप्ता, अखिलेश सिंह, सुशांत केसरवानी, कमलेश सिंह आदि मौजूद रहे।
नावों पर निकाली तिरंगा यात्रा
आजादी के अमृत महोत्सव आयोजन के तहत शनिवार को संगम तीरे नौका तिरंगा यात्रा निकाली गई। भाजपा विधि प्रकोष्ठ की ओर से आयोजित इस यात्रा में काफी संख्या में तिरंगे के साथ भाजपाई नावों पर सवार हुए। इस दौरान भारत माता के जयकारे भी लगाए गए।
नौका तिरंगा यात्रा में मुख्य अतिथि के रूप में हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राधाकांत ओझा की मौजूदगी में भाजपा महानगर अध्यक्ष गणेश केसरवानी ने कहा कि ऐसा कार्यक्रम देश में कहीं भी नहीं हुआ। संगम किनारे हुए इस कार्यक्रम के लिए विधि प्रकोष्ठ बधाई का पात्र है। इस अवसर पर विधि प्रकोष्ठ के महानगर संयोजक जयवर्धन त्रिपाठी, सह संयोजक अरविंद सिंह, ज्ञान प्रकाश श्रीवास्तव, राजू पाठक, गिरजेश मिश्रा, वरुण केसरवानी, राजेश केसरवानी, आरती समिति के अध्यक्ष प्रदीप पांडे आदि मौजूद रहे।
आजाद पार्क में एयर कमोडोर ने फहराया तिरंगा
आजादी के अमृत महोत्सव आयोजन के तहत चंद्रशेखर आजाद पार्क में वायु सेना स्टेशन मनौरी के एयर कमोडोर श्रीनिवास राव ने झंडा रोहण किया। इस अवसर पर एनसीसी कैडेटों और वायु सेना जवानों ने तिरंगे को सलामी दी।
आजाद में सुबह 8.30 बजे हुए इस कार्यक्रम में एयर कमोडोर एवं एयर ऑफिसर कमांडिंग श्रीनिवास राव ने राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद वहां लोगों को संबोधित भी किया। इस अवसर पर उन्होंने देश की स्वतंत्रता में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले सेनानियों एवं शहीदों को भी याद किया। आजाद पार्क में स्वच्छता अभियान भी चलाया गया।
राष्ट्रध्वज फहराने के बाद आजाद पार्क में सुबह के समय टहलने के लिए आने वाले लोगों ने वहां तिरंगे को सलामी भी दी। सेना के पीआरओ एवं ग्रुप कैप्टन समीर गंगोखड़कर ने बताया कि कार्यक्रम में वायु सेना जवानों ने तिरंगे के समक्ष अपने हथियार भी भेंट किए।
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केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के समक्ष उस समय अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई जब वह जिस स्कूटी पर सवार थीं उसमें नंबर प्लेट ही नहीं लगी थी। वह प्रयागराज में तिरंगा यात्रा में शामिल होने के लिए शनिवार को पहुंची थीं। यात्रा शुरू होने से पहले जब वह स्कूटी पर सवार हुईं तो किसी ने बताया कि मैडम इसमें नंबर प्लेट नहीं लगा है। वह तुरंत स्कूटी से नीचे उतर गईं।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने स्कूटी पर बैठने से पहले हेलमेट मांगा। पहले वह एक नीली रंग की स्कूटी में बैठीं। इस बीच भाजपा नेता अभिषेक शुक्ला ने ध्यान दिलाया कि स्कूटी में नंबर नहीं है। स्मृति उससे उतर गई। बाद में वहां एक अन्य महिला ने उन्हें अपनी स्कूटी दी और वह खुद उनके पीछे बैठ गई। इस दौरान स्मृति ने दूसरों को भी हिदायत दी कि बिना हेलमेट के रैली में न शामिल हों।