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न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कानपुर
Published by: शिखा पांडेय
Updated Sat, 04 Jun 2022 11:07 PM IST
कानपुर में मर्चेंट चैंबर सभागार में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद संरक्षक और शिक्षक की भूमिका में दिखे। कानपुर के औद्योगिक स्वरूप को वापस लाने के लिए जहां उद्यमियों और व्यापारियों से आह्वान किया, वहीं सामाजिक सरोकार के साथ आगे बढ़ते हुए शहर के विकास की बातें कीं। कहा कि कानपुर की माटी का होने के कारण प्रसन्नता भी होती है, लेकिन अभी भी इस स्वर्णिम नगरी में सुधार की बहुत गुंजाइश है।
उन्होंने कहा, यहां पर संबोधन देकर गर्व महसूस कर रहा हूं। यहां देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू, प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, प्रथम महिला राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटील अपना संबोधन कर चुकी हैं। चैंबर उद्योग-व्यापार और उद्यमिता को बढ़ावा दे रहा है। शहर का गौरवशाली औद्योगिक स्वरूप रहा है, जिसे वापस लाना होगा। उन्होंने कहा, सरकार स्टार्टअप को बढ़ावा दे रही है। एमएसएमई को बढ़ाया जा रहा है। पूरे प्रदेश में कुटीर उद्योग हैं, जो तेजी से बढ़ रहे हैं।
प्रदेश सरकार की ओर से शुक्रवार को हुई ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी पर खुशी जताई। कहा कि प्रधानमंत्री ने 80 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं की नींव रखी, जो रोजगार की दृष्टि से धरातल पर सर्वाधिक महत्वपूर्ण कदम है। इन सभी योजनाओं की आर्थिक संपन्नता का लाभ हमें भविष्य में दिखेगा। उन्होंने कहा, सीएसआर (कारपोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी) फंड का उपयोग सामाजिक विकास के लिए ज्यादा से ज्यादा हो। इस दौरान उन्होंने अपने जीवन की उपलब्धि के लिए अपने गांव, कानपुर की मिट्टी और उनके जीवन से जुड़े हुए हर व्यक्ति को धन्यवाद दिया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, संतोष कुमार गुप्ता आदि मौजूद रहे।
…जब शहर की चाबी लेने से महापौर ने किया मना
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शुक्रवार को जब शहर आए थे तब एयरपोर्ट पर महापौर प्रमिला पांडेय ने राष्ट्रपति को शहर की चाबी सौंपी थी। शनिवार को कानपुर से जाते समय राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने महापौर प्रमिला पांडेय को शहर की चाबी लौटाई। मर्चेंट चैंबर से एयरपोर्ट के लिए रवाना होते समय राष्ट्रपति के सुरक्षा अधिकारी महापौर को चाबी लौटाने लगे तो महापौर ने उनसे चाबी लेने से इनकार कर दिया। कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति को शहर की चाबी सौंपी थी, उन्हीं से लेंगी। यह सुन कार में बैठने जा रहे राष्ट्रपति ने सुरक्षा अधिकारी से चाबी ली और महापौर को लौटाई।
विस्तार
कानपुर में मर्चेंट चैंबर सभागार में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद संरक्षक और शिक्षक की भूमिका में दिखे। कानपुर के औद्योगिक स्वरूप को वापस लाने के लिए जहां उद्यमियों और व्यापारियों से आह्वान किया, वहीं सामाजिक सरोकार के साथ आगे बढ़ते हुए शहर के विकास की बातें कीं। कहा कि कानपुर की माटी का होने के कारण प्रसन्नता भी होती है, लेकिन अभी भी इस स्वर्णिम नगरी में सुधार की बहुत गुंजाइश है।
उन्होंने कहा, यहां पर संबोधन देकर गर्व महसूस कर रहा हूं। यहां देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू, प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, प्रथम महिला राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटील अपना संबोधन कर चुकी हैं। चैंबर उद्योग-व्यापार और उद्यमिता को बढ़ावा दे रहा है। शहर का गौरवशाली औद्योगिक स्वरूप रहा है, जिसे वापस लाना होगा। उन्होंने कहा, सरकार स्टार्टअप को बढ़ावा दे रही है। एमएसएमई को बढ़ाया जा रहा है। पूरे प्रदेश में कुटीर उद्योग हैं, जो तेजी से बढ़ रहे हैं।
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