[ad_1]
ख़बर सुनें
विस्तार
प्रयागराज, कानपुर, ग्वालियर के साथ उत्तर मध्य रेलवे जोन के अब कुल नौ रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास होगा। रेलवे ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। उमरे के जिन अन्य छह स्टेशनों का पुनर्विकास होना है, उसमें आगरा कैंट, आगरा फोर्ट, मथुरा, अलीगढ़, वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी एवं खजुराहो के नाम शामिल हैं। इन सभी छह स्टेशनों के लिए रेलवे द्वारा कंसलटेंसी एजेंसी का भी चुनाव कर लिया गया है। एजेंसी के सुझाव पर ही संबंधित स्टेशनों का मास्टर प्लान बनाया जाएगा।
रेलवे की अभी तक प्रयागराज जंक्शन, कानपुर सेंट्रल एवं ग्वालियर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की ही योजना थी। इन तीनों ही स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए टेंडर भी निकाला जा चुका है। इसी कड़ी में उमरे प्रशासन द्वारा छह और स्टेशनों को पिछले दिनों जोड़ा गया। अब उन स्टेशनों की कंसलटेंसी एजेंसी का चयन कर लिया गया है। आगरा कैंट ,अलीगढ़, मथुरा, आगरा फोर्ट, झांसी और खजुराहो रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की योजना बनाने का काम एरिनेम एजेंसी को दिया गया है।
बताया जा रहा है कि इन स्टेशनों के पुनर्विकास योजना में 2500 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च हो सकते हैं। हालांकि एजेंसी की रिपोर्ट आने के बाद ही संबंधित स्टेशनों के पुनर्विकास का बजट फाइनल होगा। हालांकि अभी जिन तीन स्टेशनों के पुनर्विकास होना है, उसमें प्रयागराज जंक्शन 859 करोड़, कानपुर सेंट्रल 712 करोड़ एवं ग्वालियर स्टेशन पर 500 करोड़ रुपये खर्च होंगे। एनसीआर के सीपीआरओ डॉ. शिवम शर्मा ने बताया कि छह स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए कंसलटेंसी एजेंसी का चुनाव कर लिया है। इसकी रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की प्लानिंग की जाएगी।
[ad_2]
Source link