पलिया कलां। दुधवा टाइगर रिजर्व के दक्षिण सोनारीपुर रेंज एवं बेलरायां रेंज में स्थापित गैंडा ईकाइयों में पिछले दिनों की गई एक सींग वाले दुर्लभ गैंडों की गणना का परिणाम बेहद अच्छा निकला है। पिछले वर्ष 2023 में गणना की तुलना में इस बार इनकी संख्या 5 बढ़कर अब 51 तक पहुंची गई है। इससे दुधवा टाइगर रिजर्व के अधिकारी एवं क्षेत्र के सभी वन्य जंतु प्रेमी काफी खुश हैं।
दुधवा टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक वन संरक्षक डॉ रंगा राजू टी ने बताया कि गैंडा पुनर्वासन केंद्र एक व दो में 15 अप्रैल से 17 अप्रैल 2025 तक गठित सात टीमों से गैंडा गणना का कार्य संपन्न कराया गया। जिसमें वन्य जीव प्रतिपालक दुधवा महावीर सिंह, तराई आर्क लैंडस्केप विश्व प्रकृति निधि भारत के डॉ. मुदित गुप्ता एवं उपप्रभागीय वनाधिकारी बेलरायां दीपक कुमार पांडेय विशेष रूप से शामिल रहे। गणना कार्य प्रारंभ करने से पूर्व इसमें प्रतिभाग करने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों को विधिवत प्रशिक्षण भी दिया गया था।जिसमें विश्व प्रकृति निधि भारत के वरिष्ठ परियोजना अधिकारी रोहित रवि ,क्षेत्रीय वनाधिकारी दक्षिण सोनारीपुर के साथ दुधवा के चिकित्सक डॉक्टर तलहा, जीव वैज्ञानिक अपूर्व गुप्ता, आउटरीच प्रोग्रामर विपिन सैनी सहित कई महावत आदि भी शामिल रहे थे।
उन्होंने बताया कि दक्षिण सोनारीपुर रेंज के 27 वर्ग किलोमीटर में स्थित गैंडा पुनर्वासन परिक्षेत्र- 01 में पांच टीमों ने और बेलरायां गैंडा पुनर्वासन परिक्षेत्र के 13.3 वर्ग किलोमीटर में 02 टीमों ने गैंडा गणना का कार्य किया, जिसमें दुधवा के हाथियों की भी सहभागिता रही थी। पिछली बार 2023 में हुई गैंडा गणना में जहां 46 गैंडे दुधवा में पाए गए थे। वहीं इस बार इनकी न्यूनतम संख्या 51 मिली है। दुधवा टाइगर रिजर्व के सभी अधिकारी कर्मचारी व क्षेत्र के वन्य जीव प्रेमी काफी खुश हैं।