हमास और इजराइल के बीच शनिवार को शुरू हुई जंग दूसरे दिन भी जारी है। दूसरी तरफ, रविवार सुबह लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्लाह ने भी इजराइल के तीन ठिकानों पर कई रॉकेट दागे और गोलाबारी की। जवाब में इजराइल ने लेबनान पर एयर स्ट्राइक शुरू कर दी है। इजराइल ने कहा है कि रविवार को जंग में उसके 26 सैनिक मारे गए हैं। इजराइल की डिफेंस मिनिस्ट्री ने बताया है कि उनकी कार्रवाई में अब तक हमास के 400 लड़ाके मारे गए हैं और कई को पकड़ लिया है। 10 आतंकी ठिकानों पर हमला कर तबाह कर दिया गया है।
वहीं, भारत की विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि सरकार इजराइल में फंसे भारतीय छात्रों को वापस लाने की पूरी कोशिश कर रही है। दरअसल, हमास ने इजराइल में मौजूद दूसरे देशों के नागरिकों को भी कब्जे में लेना शुरू कर दिया है।
बता दें कि फिलिस्तीन और इजरायल के बीच शुरू हुए इस युद्ध में अब तक दोनों तरफ से कुल 556 लोग मारे जा चुके हैं। हमास ने 7 अक्टूबर को 5 हजार रॉकेट से इजराइल पर हमला किया था। जंग के दूसरे दिन गाजा बॉर्डर पर तैनात इजराइली डिफेंस फोर्स के कमांडर नहल ब्रिगेड समेत उसके 300 लोगों की मौत हो गई है। 256 फिलिस्तीनी भी मारे गए हैं। इजराइल में 1,864 और फिलिस्तीन में 1700 से ज्यादा लोग घायल हैं। हमास ने महिलाओं और बच्चों समेत करीब 200 इजराइली लोगों को बंधक बना लिया है। इन्हें गाजा की तरफ ले जाया गया है।
इजरायली वायुसेना ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि एयरफोर्स ने गाजा पट्टी में हमास आतंकवादी संगठन से संबंधित ऑपरेशनल ढांचे पर हमला किया, जिसका इस्तेमाल गाजा पट्टी से इजरायली नागरिकों के खिलाफ आतंक को अंजाम देने के लिए किया जाता था।
चीन ने फलस्तीन और इजराइल से आम नागरिकों की रक्षा के लिए तत्काल संघर्ष रोकने, संयम बरतने तथा स्थिति को और बिगड़ने से बचाने के लिए शांति बनाए रखने का आह्वान किया। इजराइल और आतंकवादी समूह हमास के बीच भीषण संघर्ष से जुड़े सवाल पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि फलस्तीन और इजराइल के बीच मौजूदा तनाव और हिंसा में वृद्धि से चीन बहुत चिंतित है और संबंधित पक्षों से शांति बनाए रखने का आह्वान करता है।
हमास के चरमपंथियों ने शनिवार को एक प्रमुख यहूदी अवकाश के दौरान इजराइल पर अप्रत्याशित हमला कर दिया, जिसमें इजराइल के 300 से अधिक लोगों की मौत हो गई और कई लोगों को बंधक बना लिया गया। जवाबी कार्रवाई में इजराइल ने भी गाजा पट्टी में हवाई हमले शुरू किए, जिससे 230 से अधिक लोगों की जान चली गई। प्रवक्ता ने कहा कि संघर्ष की पुनरावृत्ति एक बार फिर दिखाती है कि शांति प्रक्रिया को लंबे समय तक लटकाकर नहीं रखा जा सकता। उन्होंने कहा कि संघर्ष को समाप्त करने का मूल रास्ता दो-राष्ट्र समाधान को लागू करना और एक स्वतंत्र फलस्तीन राष्ट्र की स्थापना करना है।
हिजबुल्ला ने एक बयान में कहा कि ‘‘फलस्तीनी विरोध’’ के साथ एकजुटता जताने के लिए ‘‘बड़ी संख्या में रॉकेट और विस्फोटकों’’ का इस्तेमाल कर यह हमला किया गया। उसने बताया कि इजराइली ठिकानों को सीधे निशाना बनाया गया। इजराइली सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए लेबनानी इलाकों में गोलाबारी की, लेकिन अभी हताहतों के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
इजराइली सेना ने बताया कि उसने उन इलाकों में गोलाबारी की, जहां लेबनानी सीमा की ओर से हमले किए गए थे। इजराइल ने 1967 के पश्चिम एशिया युद्ध के दौरान सीरिया से शीबा फार्म्स का नियंत्रण छीन लिया था, लेकिन लेबनान इस इलाके पर तथा नजदीकी फार चैबा पर्वतीय क्षेत्र पर अपना दावा जताता है। इजराइल ने 1981 में गोलन हाइट्स पर कब्जा जमाया था।