गुजरात के सूरत शहर में बुधवार को एक केमिकल फैक्ट्री के टैंक में विस्फोट के बाद भीषण आग लग गई थी। हादसे में लापता हुए 7 कर्मचारियों में 6 के कंकाल मिले हैं जबकि एक अभी लापता है। 25 घायल श्रमिकों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। बता दें कि सचिन जीआईडीसी (गुजरात औद्योगिक विकास निगम) औद्योगिक क्षेत्र में स्थित रसायन फैक्टरी में देर रात करीब दो बजे एक बड़े टैंक में रखे ज्वलनशील रसायन के रिसाव के कारण विस्फोट हो गया था, जिसके बाद फैक्टरी में आग लग गई थी। केमिकल कंपनी Aether industries में हुए हादसे के बाद हाहाकार मच गया।
बताया जा रहा है कंपनी में रात करीब 150 कर्मचारी काम कर रहे थे। हादसे में करीब 25 कर्मचारी घायल हुए थे और 7 कर्मचारी लापता थे। कंपनी प्रशासन ने 7 कर्मचारियों के लापता होने की बात छुपाई थी जिसमे 6 लोगों के कंकाल आज सुबह बरामद हुए है और एक अभी भी लापता है। फिलहाल सभी घायल मजदूरों का अलग-अलग निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
मजीमत केमिकल फैक्ट्री में आग लगने की घटना के बाद कलेक्टर कार्यालय भी हरकत में आ गया है। टेट्रोहाईड्रोफ्यूरान रसायन के भंडार के लिए बनाए गए 25 हजार लीटर के टैंक में रिसाव के बाद आग लगने की घटना के बाद इंडस्ट्रियल सेफ्टी एंड हेल्थ की एक टीम ने घटना स्थल का दौरा किया। फिलहाल कंपनी में अग्नि सुरक्षा सहित सभी पहलुओं को गहन जांच की जा रही है। दूसरी ओर यह भी पता चला है कि श्रमिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन द्वारा कंपनी को क्लोजर नोटिस जारी किया गया है।
सूरत के प्रभारी मुख्य दमकल अधिकारी बसंत पारेख ने कहा, ‘‘फैक्ट्री की तीन मंजिला इमारत में विस्फोट के कारण आग लग गई और पूरी इकाई जलकर नष्ट हो गई।’’ पारेख ने बताया, घटनास्थल पर दमकल की कम से कम 15 गाड़ियां भेजी गईं और आग बुझाने का काम नौ घंटे तक जारी रहा। साचिन जीआईडीसी दमकल केंद्र से एक अधिकारी ने कहा कि पूर्वाह्न करीब 11 बजे आग पर काबू पा लिया गया।