जयपुर और देहरादून के लिए यात्रियों को मिलने वाली सीधी उड़ान सेवा रविवार से बंद कर दी गई। सेवा बंद होने से यात्रियों को अब वाराणसी से दिल्ली होकर जयपुर और देहरादून जाना होगा। इससे यात्रियों का सफर लंबा होगा और उन्हें ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ेंगे। लालबहादुर शास्त्री एयरपोर्ट बाबतपुर से देहरादून और जयपुर के लिए स्पाइजेट की ओर से सीधी उड़ान सेवा संचालित की जा रही थी। देहरादून के लिए हफ्ते में छह दिन तो वहीं जयपुर के लिए सातों दिन सीधी उड़ान सेवा थी। इससे पहले स्पाइसजेट ने गोरखपुर की सीधी उड़ान सेवा बंद की थी, अब देहरादून और जयपुर की सीधी उड़ान सेवा का संचालन बंद कर दिया गया। इधर, एयरपोर्ट निदेशक अर्यमा सान्याल ने कहा कि तीन माह पहले कोलकाता के लिए उड़ान सेवा शुरू करने की कवायद की थी। लेकिन विमान का संचालन शुरू कब से होगा, इसकी तिथि निर्धारित नहीं है।
विंटर सीजन में भी विमानों के बढ़ने की उम्मीद कम
विटंर सीजन में यात्रियों को उम्मीद थी कि एयरपोर्ट पर विमानों की संख्या बढ़ेगी और उड़ान सेवा के जरिए काशी का नए शहरों से जुड़ाव होगा। लेकिन एयरपोर्ट अधिकारियों के अनुसार इस बार विंटर सीजन के लिए अभी तक किसी कंपनी की ओर से नई उड़ान सेवा शुरू करने की कवायद नहीं की गई है। वर्तमान में 40 से अधिक विमानों का हो रहा संचालन
अभी एयरपोर्ट से प्रतिदिन 40 से 42 विमानों से प्रतिदिन 7 से 8 हजार यात्रियों का आवागमन हो रहा है। वहीं दीपावली और छठ पर आने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ी है।
जयपुर और देहरादून के लिए यात्रियों को मिलने वाली सीधी उड़ान सेवा रविवार से बंद कर दी गई। सेवा बंद होने से यात्रियों को अब वाराणसी से दिल्ली होकर जयपुर और देहरादून जाना होगा। इससे यात्रियों का सफर लंबा होगा और उन्हें ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ेंगे। लालबहादुर शास्त्री एयरपोर्ट बाबतपुर से देहरादून और जयपुर के लिए स्पाइजेट की ओर से सीधी उड़ान सेवा संचालित की जा रही थी। देहरादून के लिए हफ्ते में छह दिन तो वहीं जयपुर के लिए सातों दिन सीधी उड़ान सेवा थी। इससे पहले स्पाइसजेट ने गोरखपुर की सीधी उड़ान सेवा बंद की थी, अब देहरादून और जयपुर की सीधी उड़ान सेवा का संचालन बंद कर दिया गया। इधर, एयरपोर्ट निदेशक अर्यमा सान्याल ने कहा कि तीन माह पहले कोलकाता के लिए उड़ान सेवा शुरू करने की कवायद की थी। लेकिन विमान का संचालन शुरू कब से होगा, इसकी तिथि निर्धारित नहीं है।