Taj Mahal: सर्वर डाउन है… यह सूचना न वेबसाइट पर दी, न गेटों पर चस्पा की, टिकट के लिए पर्यटक हुए परेशान

0
22

[ad_1]

ख़बर सुनें

ताजमहल पर सर्वर ठप होने के कारण सैलानियों को काउंटर से टिकट लेने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने पर्यटकों को न तो वेबसाइट पर जानकारी दी है, न ताज के दोनों गेटों पर कोई नोटिस चस्पा किया है। जानकारी न होने पर पर्यटक टिकट काउंटर पर पहुंच जाते हैं। कई पर्यटक कालाबाजारी के शिकार हो जाते हैं। 
 
अपडेट किए जाने के कारण सात दिनों से ताज का सर्वर ठप पड़ा है। केवल ऑनलाइन टिकट ही उपलब्ध हैं। इससे इस सप्ताह करीब 50 हजार सैलानी परेशान हुए। इस मामले में गुरुवार को उत्तर प्रदेश स्टेट गाइड एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक दान ने एएसआई के महानिदेशक को पत्र भेजकर समाधान की मांग की है। 

काउंटर से शुरू की जाएगी बिक्री 

उन्होंने कहा कि 70 फीसदी से ज्यादा देश की आबादी गांव में रहती है, जो ऑनलाइन टिकट बुक करना नहीं जानती। इसलिए टिकट काउंटर से बिक्री शुरू की जाए। साइबर कैफे में पर्यटकों का टिकट के नाम पर शोषण हो रहा है। इसे रोका जाए और सर्वर की समस्या से तुरंत निपटा जाए।

पर्यटन कारोबारी संदीप अरोड़ा ने कहा कि ताजमहल पर केवल ऑनलाइन टिकट मिलेंगे, इसकी जानकारी न तो वेबसाइट पर दी गई, न ही यूपी टूरिज्म या एएसआई की साइट पर है। मोबाइल एप पर भी यह जानकारी नहीं है। ताज के गेटों पर पोस्टर लगाकर यह प्रचारित किया जाना चाहिए था कि सप्ताह भर तक काउंटर बंद रहेंगे। कम से कम अवैध वसूली तो बंद रहती। इससे शहर की छवि खराब हुई है।

यह भी पढ़ें -  हाईकोर्ट : सात साल तक शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण के आरोपी व्यक्ति की जमानत मंजूर

विस्तार

ताजमहल पर सर्वर ठप होने के कारण सैलानियों को काउंटर से टिकट लेने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने पर्यटकों को न तो वेबसाइट पर जानकारी दी है, न ताज के दोनों गेटों पर कोई नोटिस चस्पा किया है। जानकारी न होने पर पर्यटक टिकट काउंटर पर पहुंच जाते हैं। कई पर्यटक कालाबाजारी के शिकार हो जाते हैं। 

 

अपडेट किए जाने के कारण सात दिनों से ताज का सर्वर ठप पड़ा है। केवल ऑनलाइन टिकट ही उपलब्ध हैं। इससे इस सप्ताह करीब 50 हजार सैलानी परेशान हुए। इस मामले में गुरुवार को उत्तर प्रदेश स्टेट गाइड एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक दान ने एएसआई के महानिदेशक को पत्र भेजकर समाधान की मांग की है। 

काउंटर से शुरू की जाएगी बिक्री 

उन्होंने कहा कि 70 फीसदी से ज्यादा देश की आबादी गांव में रहती है, जो ऑनलाइन टिकट बुक करना नहीं जानती। इसलिए टिकट काउंटर से बिक्री शुरू की जाए। साइबर कैफे में पर्यटकों का टिकट के नाम पर शोषण हो रहा है। इसे रोका जाए और सर्वर की समस्या से तुरंत निपटा जाए।

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here