[ad_1]
एएसआई के निदेशक स्मारक एनके पाठक द्वारा जारी किए गए आदेश के मुताबिक एएसआई एक्ट 1959 के तहत सेकेंड शिड्यूल में दर्ज स्मारकों और म्यूजियम में 5 से 15 अगस्त तक प्रवेश शुल्क नहीं लगेगा। इस आदेश के बाद ताजमहल देखने वालों को सबसे ज्यादा बचत होगी।
ताजमहल का प्रवेश शुल्क देश में सबसे ज्यादा है। यहां भारतीय पर्यटकों के लिए प्रवेश शुल्क 50 रुपये और 200 रुपये मुख्य गुंबद के लिए देने होते हैं, जबकि विदेशी पर्यटकों के लिए 1100 रुपये का प्रवेश शुल्क और 200 रुपये का शुल्क मुख्य मकबरे के लिए रहता है।
ताजमहल में इन दिनों वीक एंड पर 22 से 25 हजार पर्यटक पहुंच रहे हैं, जिनमें एक हजार विदेशी पर्यटक भी आने लगे हैं। 15 अगस्त तक निशुल्क करने के आदेश के कारण वीक एंड पर पर्यटन को फायदा पहुंचने के आसार हैं।
विश्व धरोहर ताजमहल खास मौकों पर पर्यटकों के लिए निशुल्क रहता है। इनमें ईद और बकरीद की नमाज के समय ताजमहल में प्रवेश का टिकट नहीं लगता है। इस दौरान पर्यटकों को भी निशुल्क प्रवेश मिलता है। शाहजहां के उर्स पर ताजमहल में निशुल्क प्रवेश रहता है। विश्व धरोहर दिवस पर भी यह सुविधा मिलती है।
इस बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर भी पर्यटकों को ताजमहल में निशुल्क प्रवेश दिया गया था। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं के साथ पुरुषों को भी निशुल्क प्रवेश मिला। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत पहली बार 5 से 15 अगस्त तक ताजमहल समेत सभी स्मारकों में निशुल्क प्रवेश मिलेगा।
[ad_2]
Source link