Lucknow News : मलिहाबाद कोतवाली अंतर्गत सफा पब्लिका स्कूल के हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करने वाले पांचवी के छात्र अल्तमश (15) का शव गुरूवार को बाथरूम में फंदे से लटकता मिला। कर्मचारियों ने छात्र को फंदे से लटकता देख फौरन स्कूल प्रबन्धन को जानकारी देते हुए पुलिस कंट्रोल रूम पर सूचना दी। पुलिस ने परिजनों को घटना की जानकारी देते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। फिलहाल, पुलिस छात्र के सहपाठियों से पूछताछ कर मामले की गहनता से जांच कर रही है। अभी तक छात्र के आत्मघाती कदम उठाए जाने का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।
प्रभारी निरीक्षक बैजनाथ के मुताबिक, मूलरूप से बस्ती जनपद के पैकोलिया थाना क्षेत्र निवासी अल्तमश बीते चार साल से मलिहाबाद- मोहान मार्ग स्थित सफा पब्लिक स्कूल के हॉस्टल में रहकर पांचवी में पढ़ाई करता था। भाई अब्दुल कुद्दूस ने बताया कि सुबह 6.45 बजे प्रधानाचार्य एंथोनी थामर्स ने कॉल पर अल्तमश की मौत की सूचना दी। दोपहर करीब ढ़ाई बजे वह स्कूल पहुंचे तब भाई अल्तमश को फंदे से लटकता पाया। जिसके बाद पुलिस ने उनके बयान दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बताया कि आरटीई (शिक्षा के अधिकार अधिनियम) के तहत अल्तमश का दाखिला सफा पब्लिक स्कूल में हुआ था। वह हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करता था। अल्तमश की मौत के बाद उसके सहपाठी भी डरे-सहमे हैं। उनका आरोप है कि निशुल्क शिक्षा देने के नाम पर स्कूल प्रशासन अल्तमश के साथ भेदभाव कर मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे। जिस वजह से भाई ने आत्मघाती कदम उठा लिया। हालांकि, अब्दुल कुद्दूस ने मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
भाई अब्दुल कुद्दूस ने बताया पिता खान अब्दुल बद्दू की मौत के बाद वह अल्तमश की परवरिश करते थे। जिस वजह से उन्होंने अल्तमश का दाखिला लखनऊ में कराया था। अल्तमश के सहपाठियों ने बताया कि स्कूल प्रशासन सुबह छह बजे से रात 10 बजे तक बच्चों से कई तरह के काम करवाते हैं। नमाज पढ़वाने के बाद खाना देने के बहाने सभी बच्चों को करीब डेढ़ घंटे तक हॉल में बैठाया जाता है। वहीं, व्यवस्थापक अब्दुल हफीज और प्रधानाचार्य एंथोनी थामर्स अल्तमश को यतीम कहकर बेइज्जत भी करते थे। तीन दिन पूर्व स्कूल प्रशासन ने सजा के तौर पर अल्तमश को बाहर हॉल में लिटा दिया था। हाॅस्टल में रहने वाले अन्य बच्चों ने बताया कि मुर्गा बनाते हुए अन्य तरीके से शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान किया जाता है। जिससे पूर्व में दो छात्र स्कूल छोड़कर भाग गए। छात्रों को अपने परिवार से सप्ताह में सिर्फ एक बार रविवार को ही बात करने दी जाती थी।
भाई अब्दुल कुद्दूस ने बताया कि सुबह अल्तमश की मौत की सूचना मिलने पर वह दोपहर ढ़ाई बजे लखनऊ पहुंचे। इस दौरान सात घंटे अल्तमश का शव बाथरुम में फंदा से लटकता रहा। उनकी मौजूदगी में पुलिस ने शव को फंदे से उतार कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। आरोप है कि पुलिस मामले को निपटाने में जुटी है। बताया कि सीबीएससी स्कूल होने के बाद भी मदरसे के नाम खड़ी देशों से फंडिंग होती है। छोटी-छोटी बातों पर हॉस्टल में रह रहे बच्चों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है। वहीं, प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि प्रथम दृष्टया में अवसाद के चलते छात्र ने आत्महत्या की है। छात्र के पास से किसी भी तरह का सुसाइट नोट नहीं मिला है। फिलहाल, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट होगा।
सफ़ा पब्लिक स्कूल के मालिक अरशद ख़ान ने बताया कि अल्तमश सिगरेट पीता था। तीन दिन पूर्व वह छत के रास्ते कुछ दोस्तों से साथ कूदकर सिगरेट पीने गया था। सहपाठियों के माध्यम से स्कूल प्रशासन को यह बात पता चली तब प्रिसिंपल एंथोनी थामर्स ने दोबारा ऐसी गलती न करने की हिदायत देते हुए उसके परिजनों को सूचना दी थी। जिसके बाद अल्तमश गुमशुम रहने लगा था। वह अपने सहपाठियों से बोलता था कि घर से उसके भईया आएंगे तो उसके मारते हुए अपने साथ ले जाएंगे। आशंका जताई जा रही है कि परिजनों को सिगरेट पीने की बात पता चलने पर अल्तमश ने हास्टल के बाथरूम में फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली है।