प्रयागराज। एयरपोर्ट क्षेत्र के बिलासपुर गांव में बीते एक सप्ताह पहले हुई बुजुर्ग की हत्या का खुलासा सोमवार को हो गया। मामले में पुलिस ने बेटे समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है। बेटे ने पांच लाख की सुपारी देकर पिता की हत्या कराई थी।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक एयरपोर्ट क्षेत्र के बिलासपुर गांव के रहने वाले मन्नालाल की हत्या 30 अक्टूबर की भोर में की गई थी। सुबह खेत के पास सड़क पर उनका खून से लथपथ लाश मिली थी।
मृतक की बहन ने उनके बेटे कल्लू व पत्नी बेला के खिलाफ नामजद मुकदमा कराया था। पुलिस मामले की जांच शुरु की तो बेटे के खिलाफ कई सबूत मिले। जांच में गांव में ही दवाखाना चलाने वाले झोलाछाप अजय कुमार उर्फ सुनील का नाम भी सामने आया। घटना से पहले दोनों की कई बार आपस में बातचीत हुई थी। पूछताछ में खुलासा हुआ कि सुपारी देकर कत्ल कराया गया था।
कल्लू ने बताया कि उसने पांच लाख की सुपारी देकर पिता का कत्ल कराया है। दरअसल, उसके पिता करीब 25-30 साल से परिवार से अलग होकर दूसरी महिला के साथ रहने लगे थे। पैतृक जमीनें धीरे-धीरे बेच भी रहे थे। जब कल्लू और उसकी मां अपना हिस्सा मांगते तो विवाद हुआ करता था। जिसके चलते उसने पिता की हत्या करा दी। हत्या के लिए गांव के झोलाछाप से संपर्क किया और पांच लाख में सुपारी दी। इसके लिए 30 हजार एडवांस भी दिए।
सुनील ने पूरामुफ्ती के मीरपुर, अहमदपुर पावनपुर गांव निवासी पांच भाड़े के कातिलों का इंतजाम किया और उन्हें पूरी योजना समझाकर वारदात अंजाम दिलवा दी। इनमें विजय बहादुर पासी, वीरेंद्र कुमार उर्फ बिन्ना, नन्हा, सुमित कुमार व अंशू उर्फ अनुज शामिल हैं।
पुलिस के मुताबिक, पकड़े गए हत्यारोपियों ने पूछताछ में बताया कि सुनील ने उन्हें बिलासपुर गांव में ले जाकर मन्नालाल की पहचान कराई थी। इसके बाद उनमें से दो लोगों ने पांच दिन तक रेकी की। मन्नालाल रोज तड़के खेत जाया करते थे। सुनसान होने के कारण उन्होंने हत्या के लिए सुबह का वक्त चुना। घटना वाले दिन दो बदमाश रेकी करते रहे जबकि अन्य तीन मन्नालाल के पीछे लग गए। फिर मौका पाकर पीछे से सिर पर लोहे के पाइप से वारकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया।