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अमर उजाला ब्यूरो, आगरा
Published by: मुकेश कुमार
Updated Sun, 26 Jun 2022 12:01 AM IST
आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) के उपाध्यक्ष डॉ. राजेंद्र पैंसिया और सचिव राजेंद्र प्रसाद त्रिपाठी का तबादला हो गया है। डॉ. राजेंद्र पैंसिया को नगर विकास विभाग में विशेष सचिव बनाया गया है। उनकी जगह पर लखनऊ के नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी को आगरा विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
डॉ. राजेंद्र पैंसिया एक साल तक आगरा रहे। उन्होंने एडीए में फतेहाबाद रोड से आगे इनर रिंग रोड के पास ग्रेटर आगरा की कल्पना को जमीन पर उतारने की मशक्कत की। मेडिसिटी के लिए प्रयास किए और आगरा के मास्टर प्लान-2031 को तैयार कराया। फतेहपुर सीकरी के मास्टर प्लान पर काम शुरू कराया।
एडीए की जमीनों पर कब्जे और अवैध कॉलोनियों को ध्वस्त कराया गया। हालांकि एक माह से उनके कई निर्णयों पर विवाद शुरू हो गया था। शहर की तीन पॉश कॉलोनियों में नोटिस, दहतोरा प्रकरण, इनर रिंग रोड किसान आंदोलन जैसे मामले से वह विवादों में आ गए। जनप्रतिनिधियों ने उनकी इन मामलों में शासन में शिकायत की थी।
एडीए सचिव का भी हुआ तबादला
आगरा विकास प्राधिकरण के सचिव राजेंद्र प्रसाद त्रिपाठी का तबादला अयोध्या हो गया है। उन्हें अपर आयुक्त अयोध्या मंडल बनाकर भेजा गया है। आगरा विकास प्राधिकरण के दोनों ही उच्च अधिकारी उपाध्यक्ष और सचिव दोनों का नाम शनिवार रात आई तबादला सूची में शामिल रहा। एडीए सचिव राजेंद्र प्रसाद त्रिपाठी दो साल से प्राधिकरण में तैनात थे।
आरएम रोडवेज बने अशोक कुमार
परिवहन निगम के आगरा परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक मनोज कुमार पुंढीर का तबादला किया गया है। उन्हें लखनऊ मुख्यालय भेजा गया है। उनके स्थान पर बांदा के आरएम अशोक कुमार को भेजा गया है। आरएम पुंढीर आगरा-मथुरा सिटी बस ट्रांसपोर्ट सर्विसेज के महाप्रबंधक का दायित्व भी संभाले हुए थे। निगम में कर्मचारियों के तबादलों को लेकर उनका यूनियनों ने विरोध किया था। वह दो साल पहले आगरा आए थे।
विस्तार
आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) के उपाध्यक्ष डॉ. राजेंद्र पैंसिया और सचिव राजेंद्र प्रसाद त्रिपाठी का तबादला हो गया है। डॉ. राजेंद्र पैंसिया को नगर विकास विभाग में विशेष सचिव बनाया गया है। उनकी जगह पर लखनऊ के नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी को आगरा विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
डॉ. राजेंद्र पैंसिया एक साल तक आगरा रहे। उन्होंने एडीए में फतेहाबाद रोड से आगे इनर रिंग रोड के पास ग्रेटर आगरा की कल्पना को जमीन पर उतारने की मशक्कत की। मेडिसिटी के लिए प्रयास किए और आगरा के मास्टर प्लान-2031 को तैयार कराया। फतेहपुर सीकरी के मास्टर प्लान पर काम शुरू कराया।
एडीए की जमीनों पर कब्जे और अवैध कॉलोनियों को ध्वस्त कराया गया। हालांकि एक माह से उनके कई निर्णयों पर विवाद शुरू हो गया था। शहर की तीन पॉश कॉलोनियों में नोटिस, दहतोरा प्रकरण, इनर रिंग रोड किसान आंदोलन जैसे मामले से वह विवादों में आ गए। जनप्रतिनिधियों ने उनकी इन मामलों में शासन में शिकायत की थी।
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