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सार
डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षाएं चल रही हैं। 11 मई को बीएससी तीसरे वर्ष के मैथ और जूलॉजी के पेपर आउट हुए थे। शनिवार को एक और पेपर लीक हो गया। इसके विरोध में रात में ही एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय के खंदारी परिसर में विरोध प्रदर्शन किया।
आगरा के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय का बीएससी द्वितीय वर्ष के रसायन विज्ञान का प्रश्नपत्र भी आउट हो गया। शनिवार को तीसरी पाली में दोपहर तीन बजे से शाम साढ़े चार बजे तक परीक्षा थी। दोपहर 02:12 बजे ही परीक्षार्थियों के मोबाइल (व्हाट्सएप) पर प्रश्नपत्र पहुंच गया। आगरा कॉलेज में परीक्षार्थी के पास से पर्चा बरामद किया गया, हाथ से उत्तर कुंजी बनाई गई थी।
आगरा कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अनुराग शुक्ल ने बताया कि तीसरी पाली की परीक्षा शुरू होने के बाद वह राउंड पर थे। उड़नदस्ते के एक सदस्य ने उन्हें फोन पर शाम करीब 03:45 बजे जानकारी दी कि एक परीक्षार्थी के पास प्रश्नपत्र की उत्तर कुंजी मिली है। प्राचार्य भी मौके पर पहुंच गए। परीक्षार्थी से पूछताछ पर पता चला कि उसके मोबाइल पर प्रश्नपत्र आया था, उसी से उत्तर कुंजी बनाई थी।
प्रश्नपत्र कहां से आया ?
प्रश्नपत्र कहां से आया यह पूछने पर उसने दूसरे परीक्षार्थी का नाम लिया। पूछताछ में पांच परीक्षार्थियों का नाम आया। उनके मोबाइल बाहर से मंगाए गए। सभी कॉलेज के अलग-अलग कक्ष में परीक्षा दे रहे थे। सभी ने स्वीकार किया कि उनके पास परीक्षा शुरू होने से पहले प्रश्नपत्र आ गया था। मोबाइल की जांच में पता चला कि चार ने प्रश्नपत्र को डिलीट कर दिया था। एक के मोबाइल में व्हाट्सएप पर प्रश्नपत्र उपलब्ध था, उसे दोपहर 2:12 बजे डाला गया था।
प्राचार्य ने बताया कि थाना प्रभारी लोहामंडी बृज मोहन को बुलाकर मोबाइल दे दिया है। पुलिस ने भी परीक्षार्थियों से पूछताछ की और मोबाइल अपने साथ ले गए। सभी ने परीक्षार्थियों ने पूछने पर बताया कि साथियों से प्रश्नपत्र प्राप्त किया। किसी ने रुपये देकर प्रश्नपत्र प्राप्त करने की बात नहीं स्वीकारी।
जांच के बाद निर्णय लिया जाएगा
डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो. अजय तनेजा ने बताया कि प्रश्नपत्र आउट होने का मामला संज्ञान में आया है, इसकी जांच की जा रही है। प्राचार्य से लिखित शिकायत मांगी गई है। जांच के बाद निर्णय लिया जाएगा।
परीक्षा नियंत्रक को बर्खास्त करने की मांग
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने शनिवार शाम डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के खंदारी परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। पहले 11 मई को बीएससी/बीए तृतीय वर्ष के गणित और बीएससी तृतीय वर्ष के जंतु विज्ञान विषय के द्वितीय प्रश्नपत्र और फिर 14 मई को बीएससी द्वितीय वर्ष के रसायन विज्ञान प्रश्नपत्र आउट होने पर परीक्षा नियंत्रक को बर्खास्त करने की मांग की। बीएससी द्वितीय वर्ष की रसायन विज्ञान विषय की परीक्षा निरस्त करनेे की भी मांग की गई।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य कुणाल दिवाकर ने कहा कि प्रश्नपत्र आउट होने से विश्वविद्यालय की बदनामी हो रही है। परीक्षा नियंत्रक को प्रश्नपत्र आउट होने की जानकारी 10 मई को दे दी गई थी, इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। विरोध प्रदर्शन में परिषद के संगठन मंत्री नितिन माहेश्वरी, प्रांत सहमंत्री प्रियंका तिवारी आदि की उपस्थिति रही।
विस्तार
आगरा के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय का बीएससी द्वितीय वर्ष के रसायन विज्ञान का प्रश्नपत्र भी आउट हो गया। शनिवार को तीसरी पाली में दोपहर तीन बजे से शाम साढ़े चार बजे तक परीक्षा थी। दोपहर 02:12 बजे ही परीक्षार्थियों के मोबाइल (व्हाट्सएप) पर प्रश्नपत्र पहुंच गया। आगरा कॉलेज में परीक्षार्थी के पास से पर्चा बरामद किया गया, हाथ से उत्तर कुंजी बनाई गई थी।
आगरा कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अनुराग शुक्ल ने बताया कि तीसरी पाली की परीक्षा शुरू होने के बाद वह राउंड पर थे। उड़नदस्ते के एक सदस्य ने उन्हें फोन पर शाम करीब 03:45 बजे जानकारी दी कि एक परीक्षार्थी के पास प्रश्नपत्र की उत्तर कुंजी मिली है। प्राचार्य भी मौके पर पहुंच गए। परीक्षार्थी से पूछताछ पर पता चला कि उसके मोबाइल पर प्रश्नपत्र आया था, उसी से उत्तर कुंजी बनाई थी।
प्रश्नपत्र कहां से आया ?
प्रश्नपत्र कहां से आया यह पूछने पर उसने दूसरे परीक्षार्थी का नाम लिया। पूछताछ में पांच परीक्षार्थियों का नाम आया। उनके मोबाइल बाहर से मंगाए गए। सभी कॉलेज के अलग-अलग कक्ष में परीक्षा दे रहे थे। सभी ने स्वीकार किया कि उनके पास परीक्षा शुरू होने से पहले प्रश्नपत्र आ गया था। मोबाइल की जांच में पता चला कि चार ने प्रश्नपत्र को डिलीट कर दिया था। एक के मोबाइल में व्हाट्सएप पर प्रश्नपत्र उपलब्ध था, उसे दोपहर 2:12 बजे डाला गया था।
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