अक्षत टाइम्स संवाददाता, उन्नाव, 21 नवम्बर। जनपद के बारासगवर थानाक्षेत्र के गांव लालमन खेड़ा निवासी एक परिवार में दो दिन पहले फर्राटा पंखे में दौड़ रहे करंट की चपेट में आने से चार बच्चों की मौत हो गई थी। बीती सोमवार शाम पुलिस व प्रशासन की मौजूदगी में बक्सर घाट पर चारों बच्चों का अंतिम संस्कार कराया गया। बच्चों की मौत से आहत पिता ने संदिग्ध परिस्थिति में जहर निगल लिया। आनन-फानन उसे सीएचसी बीघापुर लाया गया। जहां उसकी हालत गंभीर होने पर जिला अस्पताल रेफर किया गया है।
बता दें कि लालमन खेड़ा गांव निवासी वीरेंद्र पुत्र द्वारिका प्रसाद के चार बच्चे मयंक (9), हिमांशी (8), हिमांक (6) व मानसी (4) कि घर में रखे फर्राटा पंखे में करंट उतरने से मौत हो गई थी। चार बच्चों की मौत पर परिजनों व ग्रामीणों में कोहराम मचा था। बीते सोमवार पोस्टमार्टम होने के बाद शाम को परिजनों की मौजूदगी में बक्सर घाट पर चारों बच्चों को दफन कराया गया। मंगलवार दोपहर पिता वीरेंद्र कुमार ने अचानक जहरीला पदार्थ निगल लिया। जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। आनन-फानन उसे बीघापुर सीएचसी लाया गया। जहां डाक्टर ने प्राथमिक उपचार कर उसकी हालत गंभीर देख जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
बताया जा रहा है वीरेंद्र की हालत गंभीर बनी हुयी है। जहर किन कारणों से खाया है इसकी पुष्टि अभी तक नहीं हो सकी है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है। वहीं, एसओ बारासगवर दिलीप प्रजापति ने बताया कि बच्चों के पिता द्वारा जहरीला पदार्थ निगलने की सूचना पर उसे सीएचसी में भर्ती कराया गया था। जहां से उसे बेहतर इलाज के लिये जिला अस्पताल भेजा गया है। फिलहाल उसकी हालत में सुधार है।