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इंपैक्ट
फोटो नंबर-13
परिचय-13 मई को प्रकाशित खबर की पीडीएफ।
अधूरे अमृत सरोवरों की लोकपाल ने तलब की रिपोर्ट हसनगंज बीडीओ से मांगे सरोवरों से संबंधित अभिलेख
13 मई को प्रकाशित खबर का लिया संज्ञान
संवाद न्यूज एजेंसी
उन्नाव। कागजों पर पूरे और धरातल पर अधूरे पड़े अमृत सरोवरों के मामले को लोकपाल ने संज्ञान लिया है। उन्होंने 13 के अंक में प्रकाशित खबर के आधार पर बीडीओ हसनगंज को पत्र भेजकर सरोवरों से संबंधित अभिलेख जांच के लिए उपलब्ध कराने के लिए कहा है।
जल संरक्षण के उद्देश्य से जिले में सैकड़ों अमृत सरोवर बनाए गए हैं। हालांकि सरोवर निर्माण में तो लाखों रुपये खर्च किए जाने का दावा किया रहा है लेकिन कई विकास खंडों में तो कागजों पर अमृत सरोवरों का निर्माण पूरा दिखाया गया है, जबकि हकीकत में अधूरे ही पड़े हैं। ऐसे में लोग अमृत सरोवरों के नाम पर केवल सरकारी धन का बंदरबांट किए जाने की ग्रामीणों ने आशंका जताई।
इस पर अमर उजाला में 13 मई के अंक में हसनगंज के कई गांवों में बने अमृत सरोवर को लेकर प्रमुखता से प्रकाशित किया। खबर का लोकपाल अतुल निगम ने संज्ञान लिया। उन्होंने बीडीओ हसनगंज को इससे संबंधित पत्र भेजा। कहा कि अमृत सरोवर जिस उद्देश्य से बनाए गए हैं वह उस पर खरे नहीं उतर रहे हैं। सरोवर में पानी तक नहीं है। वहीं अधूरे को पूरे दिखाना अपने आप में वित्तीय अनियमितता भी है। इसलिए इसकी जांच के लिए बीडीओ को पत्र भेजकर सरोवर निर्माण पर खर्च की गई धनराशि का ब्योरा मय अभिलेख सहित मांगा गया है। बीडीओ को 22 मई तक सत्यापित छाया प्रतियां उपलब्ध कराने को कहा गया है। अभिलेख मिलने पर जांच की जाएगी।
इंसेट
इन गांवों में बने अमृत सरोवर के मांगे गए अभिलेख
हसनगंज ब्लाक क्षेत्र के कमालपुर, शेखपुर बुजुर्ग, सराय मलकादिम, भानपुर, मटरिया, अमोइया, नवई, बीबीपुर चिरियारी, नेवलगंज, संदाना, सुंदरपुर, रसूलपुर बकिया, खेरवा अलदादपुर, घूरामऊ, आदमपुर भाषी शामिल हैं।
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