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नवाबगंज। जीएस की जमीन से कब्जा मुक्त कराने के दौरान महिला के आत्मदाह के प्रयास की घटना में पीड़ित परिवार शुक्रवार को एसडीएम से मिला। पीड़ित ने जमीन में भवन निर्माण की स्वीकृति मांगी। साथ ही एक पट्टा करने के लिए भी प्रार्थनापत्र दिया है।
उसने यह भी आरोप लगाया है कि पूर्व में लेखपाल ने पट्टा करने के नाम पर पैसे लिए थे। लेकिन अब तक पट्टा नहीं किया। एसडीएम ने जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
हसनगंज तहसील क्षेत्र के विक्रमखेड़ा निवासी अजय कश्यप ने बताया की वह पत्नी रानी और दो बच्चों में नैना (ढाई साल) और रिमझिम (आठ माह) के साथ 40 साल से गांव किनारे झोपड़ी बनाकर रह रहा है। तीन महीने पहले प्रधानमंत्री आवास योजना का वह लाभार्थी बना। उसके बाद वह जिस जमीन पर निर्माण करा रहा था पता चला कि वह ग्राम समाज की है, जिसके पट्टे के लिए लेखपाल अजय यादव से 10 हजार रुपये में बात भी हुई थी। पांच हजार रुपये भी दिए गए थे।
उस दौरान गांव से करीब 20 लोगों ने लेखपाल को पट्टा कराने के नाम पर पांच-पांच हजार रुपये दिए थे। पट्टा होने के बाद शेष रकम देने की बात कही थी, लेकिन अब तक पट्टा नहीं हो सका। कब्जेदार अजय की जमीन के पीछे अजगैन कस्बा निवासी शिकायकर्ता गौस मोहम्मद की एक बीघा जमीन है। जिसका पट्टा साल 1995 में हुआ था।
उसी जमीन पर अजय, फूलों की खेती कर जीवन यापन कर रहा था। अजय ने आरोप लगाया कि पट्टे की जमीन पर गांव के प्रेमकुमार, राजन और गंगा की भी कब्जेदारी है। लेकिन उसकी जमीन का कब्जा सडक़ किनारे होने से वह कीमती है। इसलिए गौस मोहम्मद जमीन लेने की फिराक में है। गौस मोहम्मद की जमीन घटनास्थल अजय के घर से दो सौ मीटर दूरी पर है। विवाद ग्राम समाज की भूमि का है।
एसडीएम अंकित शुक्ला ने बताया कि अजय ने पट्टा आवंटन के लिए आवेदन किया है। जांच कराई जाएगी। अगर भूमि पट्टा आवंटन की पात्रता में आते हैं तो आवासीय पट्टा दिया जाएगा।
अजय की पहली पत्नी रीमा की मौत हो चुकी है। पत्नी की मौत के बाद दुधमुही बच्ची के पालन पोषण के लिए उसने साली रानी से विवाह कर लिया। अब वह झोपड़ी में तिरपाल डालकर रह रहा है। अजय के मुताबिक तिरपाल के नीचे एक दुकान भी रखे है। यह जाने के बाद वह परिवार का पालन पोषण कैसे करेगा।
शिकायतकर्ता के भाई गयासुद्दीन ने बताया कि उसका भाई गौस मोहम्मद सऊदी अरब में रहता है। एक महीने पहले ही वह घर लौटा है। आठ साल पहले अजय को जमीन बटाई पर दी गई थी, जिस पर फूलों की खेती करता है। पांच बीघे के चक में एक बीघा जमीन पर उसने कब्जा कर रखा है। उसी को कब्जा मुक्त कराने के लिए शिकायत की गई थी।
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