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उन्नाव। आसीवन थानाक्षेत्र में हुई प्रेमी युगल की हत्या में नामजद किशोरी के भाई, चाचा सहित चार को पुलिस ने गुरुवार को जेल भेज दिया। पूछताछ में चारों ने इस जघन्य वारदात सिलसिलेवार बताई। पुलिस के अनुसार किशोर का अपहरण करने के बाद किशोरी के परिजनों ने डंडे से पीटा और गला दबाकर मार दिया था। इसके बाद घटना को प्रेम प्रसंग में आत्महत्या का रूप देने के लिए उसके पिता, भाई, चाचा व अन्य ने खींचकर स्कार्पियों में डाला और गांव से दूर बाग में ले जाकर किशोरी की दुपट्टे से किशोर को फंदे से लटकाया फिर दुपट्टे के दूसरे सिरे में फंदा बनाकर किशोरी के गले में डाला और जिंदा ही लटका दिया था। हत्यारोपियों की जुबानी सुन पुलिस भी सिहर गई। आसीवन थानाक्षेत्र के कायमपुर निबरवारा गांव में राकेश सिंह की बेटी निक्की (17) का गांव के ही छोटेालाल पासवान के बेटे अखिलेश उर्फ छोटू (17) की प्रेम प्रसंग के चलते नौ मई को हत्या कर दी गई थी। प्रेमिका के घर वालों ने अखिलेश का अपहरण कर पहले उसे पीटा था बाद में बेटी निक्की के साथ एक दुपट्टे से गांव के बाहर तालाब किनारे जखैला गांव निवासी नसरत की आम की बाग में लटका दिया था। घटना के बाद पुलिस ने मृतक अखिलेश के पिता छोटेलाल की तहरीर पर मृतका के पिता, भाई, चाचा सहित सात के खिलाफ हत्या और एससी/एसटी के तहत रिपोर्ट दर्ज की थी। हत्या में नामजद मृतका के भाई राहुल, चाचा सरोज सिंह, मधुरेश सिंह और परिवार के ही शानू उर्फ रोहित सिंह को गिरफ्तार करने के बाद गुरुवार को जेल भेज दिया। जबकि तीन हत्यारोपियों की तलाश जारी है। बांगरमऊ सीओ पंकज सिंह ने बताया कि हत्या की इस घटना में उन तीन आरोपियों की संलिप्तता की जांच की जा रही है। जैसा सामने आएगा उसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। बताया कि घटना में प्रयोग की गई स्कॉर्पियो, फरार चल रहे हत्यारोपी मुकेश सिंह के नाम है। आरोपियों की निशानदेही पर वह डंडा भी बरामद किया गया है जिससे किशोर को पीटा गया था। स्कार्पियों में मिले खून के नमूने जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजे गए हैं। गिरफ्तार करने वाली टीम में उपनिरीक्षक स्वदेश कुमार यादव, एजाज अहमद, हेड कांस्टेबल उमेश सैनी, कांस्टेबल विजय राना, विष्णुदयाल और अरविंद कुमार शामिल हैं।
हत्यारोपी बोले कोई पछतावा नहीं
पुलिस सूत्रों के अनुसार दो लोगों की हत्या करने की जघन्य वारदात के बाद भी हत्यारोपियों में घटना को लेकर कोई पछतावा नहीं है। पूछताछ में बताया कि अनुसूचित जाति के युवक को उनके खानदान के दामाद के रूप में जाना जाता इस अपमान से अच्छा है जेल जाना।
घटना वाले दिन किशोर ने किया था सार्वजनिक अपमान
उन्नाव। गिरफ्तार किए गए हत्यारोपियों ने बताया कि घटना वाले दिन फसल में दवा का छिड़काव करा रहे थे। तभी किशोर अखिलेश पासवान (अब मृत) नशे में आया और गुरुर भरे लहजे में बोला क्या कर लिया जेल भिजवाकर छूटकर आ गया ना। अब शादी तो तुम्हारी लड़की से ही करेंगे। काफी समझाया कि यहां से जाओ लेकिन वह खेत से नहीं गया। बल्कि उल्टासीधा बोलता रहा। उसकी इस हरकत से अपमान का घूंट पीकर किसी तरह बर्दाश्त किया। घर पहुंचकर भाई ने बहन निक्की (अब मृत) को अखिलेश की करतूत बताई, तो वह भी प्रेमी अखिलेश का पक्ष लेते हुए घर वालों से झगड़ा करने लगी। इसके बाद शाम को दोनों को स्कार्पियो में डालकर बाग ले गए। गाली दे रहे अखिलेश को जमकर पीटा फिर इसके दोनों को एक ही दुपट्टे से लटका दिया था।
जिला महासचिव ने मृतक के परिजनों को बंधाया ढांढस
कायमपुर निबरवारा में हुई प्रेमी युगल की अपहरण कर हुई हत्या की घटना को कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने संज्ञान में लिया। उनके निर्देश पर जिला महासचिव अधिवक्ता सरोज भारती दलित पीड़ित परिवार के घर पहुंच परिवार को ढांढस बंधाया। कहा कि न्याय दिलाने के लिए हर संभव मदद करेंगे। अधिकारियों से संपर्क कर शेष आरोपियों की गिरफ्तारी भी कराएंगे।
तीसरे दिन भी गांव में पसरा रहा सन्नाटा
कायमपुर दोहरे हत्याकांड का भय आसपास क्षेत्र के लोगों में तीसरे दिन भी देखने को मिला। गलियों में सन्नाटा पसरा रहा। छोटे बच्चे तक घरों के बाहर नहीं नजर आए। दोनों परिवारों की सुरक्षा की दृष्टिकोण से पुलिस फोर्स गश्त करता रहा। मृतक अखिलेश के भाई अनिल ने कहा कि आरोपी परिवार का कोई व्यक्ति बाहर रहा तो हमारे परिवार के लिए वह खतरा है।
नहीं पहुंचा कोई जनप्रतिनिधि
मृतक अखिलेश के पिता छोटेलाल ने बताया कि पुलिस कदम दर कदम लापरवाही बरती। नियम विरुद्ध शवों का अंतिम संस्कार करा दिया। पुलिस की मनमानी की शिकायत जनप्रतिनिधियों से करना था लेकिन घटना के तीसरे दिन कोई भी जनप्रतिनिधि नहीं पहुंचा।
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