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न्यूज डेस्क, अमर उजाला, उन्नाव
Published by: हिमांशु अवस्थी
Updated Thu, 02 Jun 2022 02:54 PM IST
प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक गुरुवार सुबह अचानक उन्नाव जिला अस्पताल और नवाबगंज सीएचसी पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने सफाई व्यवस्था देखी। मरीजों से बात करने के साथ दवाओं, पेयजल, भोजन सहित अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने बदहाल व्यवस्थाएं देखकर सीएमएस को फटकार लगाई।
इसके बाद डॉक्टरों का सीएल और ईएल रजिस्टर देखा। एनेस्थीसिया के डॉक्टर की छुट्टी सही देख प्रार्थना पत्र और मेडिकल सर्टिफिकेट मंगवाया। उसमें एक निजी अस्पताल का मेडिकल सर्टिफिकेट देख उनका पारा चढ़ गया। सीएमओ को डॉक्टर का मेडिकल सर्टिफिकेट की जांच कराने के निर्देश दिए हैं।
बता दें कि डिप्टी सीएम बृजेश पाठक सुबह 11:55 पर जिला अस्पताल पहुंचे। इमरजेंसी वार्ड में तीमारदारों और मरीजों से बात की। किस बीमारी में वह भर्ती हुए और क्या इलाज चल रहा है इसकी जानकारी ली। इमरजेंसी वार्ड में बिना दस्ताने के वार्ड बॉय और फार्मासिस्ट को काम करते देख फटकार लगाई।
उन्होंने अंदर जाकर देखा, तो नल की टोटी पर प्रयोग के दस्ताने पड़े मिले। सीएमएस को निर्देश दिए कि जो चीज प्रयोग की जाए इधर-उधर न फेंका जाए। उसको सही प्रक्रिया से डिस्पोज कराया जाए। इमरजेंसी का निरीक्षण करने के बाद सीधे ओपीडी पहुंचे, वहां भी मरीजों से बात की और दवाओं की जानकारी ली।
वहीं, मरीजों के पीने के लिए बनी टंकी की टोटी दबाई, तो उसमें गर्म पानी आता देख उनका पारा चढ़ गया। सीएमएस को निर्देश दिए की ठंडे पानी की व्यवस्था की जाए, किसी भी नल में गर्म पानी नहीं आना चाहिए। उसके बाद वह सीधे सीएमएस के कक्ष में पहुंचे वहां डॉक्टरों का सीएल और ईएल रजिस्टर मंगा कर चेक किया। जिला अस्पताल से पहले वह नवाबगंज सीएचसी पहुंचे, वहां भी सफाई व्यवस्था के साथ उपस्थित रजिस्टर चेक किया।
विस्तार
प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक गुरुवार सुबह अचानक उन्नाव जिला अस्पताल और नवाबगंज सीएचसी पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने सफाई व्यवस्था देखी। मरीजों से बात करने के साथ दवाओं, पेयजल, भोजन सहित अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने बदहाल व्यवस्थाएं देखकर सीएमएस को फटकार लगाई।
इसके बाद डॉक्टरों का सीएल और ईएल रजिस्टर देखा। एनेस्थीसिया के डॉक्टर की छुट्टी सही देख प्रार्थना पत्र और मेडिकल सर्टिफिकेट मंगवाया। उसमें एक निजी अस्पताल का मेडिकल सर्टिफिकेट देख उनका पारा चढ़ गया। सीएमओ को डॉक्टर का मेडिकल सर्टिफिकेट की जांच कराने के निर्देश दिए हैं।
बता दें कि डिप्टी सीएम बृजेश पाठक सुबह 11:55 पर जिला अस्पताल पहुंचे। इमरजेंसी वार्ड में तीमारदारों और मरीजों से बात की। किस बीमारी में वह भर्ती हुए और क्या इलाज चल रहा है इसकी जानकारी ली। इमरजेंसी वार्ड में बिना दस्ताने के वार्ड बॉय और फार्मासिस्ट को काम करते देख फटकार लगाई।
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