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बिछिया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक्सरे और अल्ट्रासाउंड की सुविधा न होने से अस्पताल आने वाले मरीज निजी और जिला अस्पताल जाकर एक्सरे और अल्ट्रासाउंड कराने को मजबूर हैं।
ब्लॉक क्षेत्र की 57 ग्राम पंचायतों की 1.67 लाख आबादी के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र संचालित हैं। लेकिन यहां एक्सरे और अल्ट्रासाउंड सुविधा न होने से आने वाले मरीजों को परेशानी उठानी पड़ती है। मरीजों की दिक्कत को देखते हुए तत्कालीन डीएम रवींद्र कुमार ने स्वास्थ्य केंद्र में डिजिटल एक्सरे मशीन लगवाने के निर्देश सीएमओ और सीएचसी प्रभारी को दिए थे। एक्सरे टेक्नीशियन तो तैनात कर दिया गया लेकिन अब तक जांच मशीन नहीं लग पाई है।
गर्भवतियों के साथ घायलों को अल्ट्रासाउंड और एक्सरे के लिए निजी पैथोलॉजी या फिर जिला अस्पताल जाना मजबूरी है। मरीजों में आदित्य कुमार, शैलेष कुमार, जया पांडेय, अनामिका देवी, रागिनी सिंह और रूपरानी ने बताया कि जांच सुविधा न होने से महंगे दामों में जांच कराना मजबूरी है।
सीएचसी प्रभारी डॉ. आरपी सचान ने बताया कि एक्सरे और अल्ट्रासाउंड जांच की मशीन लगाने के लिए जिलास्तरीय अधिकारियों को पत्र लिखा जा चुका है। वहां से आदेश होने के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।
बिछिया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक्सरे और अल्ट्रासाउंड की सुविधा न होने से अस्पताल आने वाले मरीज निजी और जिला अस्पताल जाकर एक्सरे और अल्ट्रासाउंड कराने को मजबूर हैं।
ब्लॉक क्षेत्र की 57 ग्राम पंचायतों की 1.67 लाख आबादी के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र संचालित हैं। लेकिन यहां एक्सरे और अल्ट्रासाउंड सुविधा न होने से आने वाले मरीजों को परेशानी उठानी पड़ती है। मरीजों की दिक्कत को देखते हुए तत्कालीन डीएम रवींद्र कुमार ने स्वास्थ्य केंद्र में डिजिटल एक्सरे मशीन लगवाने के निर्देश सीएमओ और सीएचसी प्रभारी को दिए थे। एक्सरे टेक्नीशियन तो तैनात कर दिया गया लेकिन अब तक जांच मशीन नहीं लग पाई है।
गर्भवतियों के साथ घायलों को अल्ट्रासाउंड और एक्सरे के लिए निजी पैथोलॉजी या फिर जिला अस्पताल जाना मजबूरी है। मरीजों में आदित्य कुमार, शैलेष कुमार, जया पांडेय, अनामिका देवी, रागिनी सिंह और रूपरानी ने बताया कि जांच सुविधा न होने से महंगे दामों में जांच कराना मजबूरी है।
सीएचसी प्रभारी डॉ. आरपी सचान ने बताया कि एक्सरे और अल्ट्रासाउंड जांच की मशीन लगाने के लिए जिलास्तरीय अधिकारियों को पत्र लिखा जा चुका है। वहां से आदेश होने के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।
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