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उन्नाव। जनपद में निर्बाध बिजली आपूर्ति में जर्जर बिजली लाइन व ओवरलोड ट्रांसफार्मर बाधा बन रहे हैं। लोड अधिक बढऩे पर जहां तार गर्म होकर तार टूट रहे हैं। वहीं ओवरलोड ट्रांसफार्मरों के फुंकने की घटनाएं भी बढ़ गई हैं। इससे घंटों बिजली गुल रहने से लोगों की रातों की नींद उड़ गई है। इस समय सूरज की किरणों से आग बरस रही है। बदन झुलसाती गर्मी से बचने के लिए लोग एसी, कूलर, पंखों का सहारा ले रहे हैं। 42-43 के बीच अधिकतम तापमान होने से इन इलेक्ट्रानिक उपकरणों की मांग और इससे बिजली की खपत काफी बढ़ गई है। बिजली विभाग के जानकारों के मुताबिक, गर्मी में हर फीडर पर अतिरिक्त लोड होता है। जिससे ट्रांसफार्मर भी हीट हो जाते हैं। गर्मी में ट्रांसफार्मर के भीतर का कंसंट्रेटर अधिक फुंकता है जिससे ट्रांसफार्मर के बंद और आपूर्ति ठप होने की संभावना अधिक रहती है। ओवरहीट होते ही कंसंट्रेटर सबसे पहले खराब होते हैं जिससे ट्रांसफार्मर भी फुंक जाता है।
वहीं उपकेंद्रों तक दौड़ाई गई बिजली लाइनें भी गर्म होकर टूट रही हैं। वर्तमान समय में जनपद में 33 केवी की 497 और 11केवी फीडरों की 339 किमी की बिजली लाइन काफी जर्जर है। जो जरा सा लोड अधिक पड़ते ही गर्म होकर टूट रही हैं। पिछले चार दिनों में 521 स्थानों पर तार टूटने की घटनाएं हुईं। जिसकी मरम्मत में घंटों समय लग गया। इस दौरान शहर से लेकर गांव तक भीषण बिजली संकट देखने को मिल रहा है। दिन की तो बात छोड़िए रात में घंटों बिजली कटौती से लोगों की नींद उड़ गई है। लोग चिड़चिड़े हो रहे हैं।
इंसेट
52 बिजली उपकेंद्रों के सहारे चल रही जनपद की बिजली आपूर्ति
जनपद की विद्युत वितरण व्यवस्था पांच खंडों के माध्यम से संचालित होती है। विभाग ने शहर, पुरवा, हसनगंज, बांगरमऊ व मगरवारा गोकुलबाबा में कार्यालय खोल रखे हैं। इन पांचों खंडों में 33/11 केवी के 52 उपकेंद्र संचालित हैं। इनके सहारे जनपद की 33 लाख की आबादी को बिजली आपूर्ति दी जाती है। हालांकि जिले की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए उपकेंद्र काफी कम हैं। जो उपकेंद्र हैं वह ओवरलोड चल रहे हैं। इसी कारण जैसे ही लोड बढ़ता है वैसे ही उपकेंद्रों में लगे पावर ट्रांसफार्मर जवाब दे जाते हैं। जिससे घंटों बिजली गुल हो जाती है।
ट्रांसफार्मरों व लाइनों के ओवरलोड होने की बड़ी समस्या है। इसी कारण आपूर्ति सामान्य रखने में दिक्कत आती है। केंद्र सरकार की ओर से शुरू की गई रीवैंप (रुरल इकोनामिक वैल्यू एडेड मॉनीटरिंग प्रोग्राम) योजना से जिले में 31 नए बिजलीघर बनाने की सहमति मिल गई है। इसके अलावा 832 किमी की 33 व 11 केवी की नई लाइन पावर हाउस तक बिछाई जानी है। इसका काम शुरू करा दिया गया है। जल्द ही आपूर्ति में बदलाव दिखेगा।
विवेक कुमार अग्रवाल, अधीक्षण अभियंता।
उमस भरी गर्मी में बिना बिजली के 70 हजार की आबादी परेशान
असोहा। ब्लाक क्षेत्र के पड़वाखेड़ा और पाठकपुर उपकेंद्र की बिजली सप्लाई बुधवार रात 33 हजार की लाइन में फाल्ट होने से ठप हो गई। गुरुवार को सुबह से शाम तक विभागीय अधिकारी फाल्ट ढूंढते रहे लेकिन लाइन की मरम्मत नहीं की जा सकी। जिसके चलते दोनों उपकेंद्र से संपर्कित मिर्री कला, भादिन, धौरहरा, असोहा, गोसाईंखेड़ा, सेमरी, नेवादा, इस्लामनगर, निमैचा, धौरहरा, बछौरा, दरसवा, दऊ, असावर आदि पंचायतों 70 हजार की आबादी को इस उमस भारी गर्मी में बिना बिजली के रहना पड़ा। बिजली न आने से पेयजल की भी समस्या से लोगों को जूझना पड़ रहा है। वहीं जेई अंबिका सहित दोनों उपकेंद्रों के कर्मचारियों द्वारा फोन बंद कर लेने से लोगों को आपूर्ति से संबंधित सही जानकारी नहीं मिल सकी। सतीश, अनुज, अमित, सुरेंद्र, प्रियांशु व कल्लू आदि ने बताया कि लाइट रात से नहीं आ रही है। बिजली विभाग के जिम्मेदारों के फोन बंद हैं। जेई अंबिका का नंबर मिलाया गया तो बंद बताता रहा। (संवाद)
गर्म होकर जला ट्रांसफार्मर का फ्यूज
हसनगंज। बस्ती में लगे ट्रांसफार्मर का फ्यूज गर्म होकर जल गया। जिससे उसे निकली चिंगारी से नीचे पड़ा कूड़ा जलने लगा। ग्रामीणों ने बिजली विभाग को सूचना दी। सूचना पर विभाग ने बिजली आपूर्ति बंद की। इस दौरान लगभग डेढ़ घंटे बिजली आपूर्ति बंद रही। एसडीओ सूर्य प्रकाश ने बताया कि ट्रांसफार्मर नहीं फुंका था। केवल फ्यूज जला था। नीचे कूड़ा पड़ा था जो चिंगारी गिरने से जलने लगा था। फ्यूज सही कर दिया गया है। (संवाद)
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