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पाटन। विकासखंड सुमेरपुर की ग्राम पंचायत पाटन के निवर्तमान प्रधान पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए डीएम ने दो सदस्यीय टीम गठित कर दी है।
पूर्व ब्लॉक प्रमुख सुमेरपुर राजकुमार चौधरी ने डीएम को दिए गए शिकायतीपत्र में बताया है कि पंचायत के पिछले कार्यकाल में कागजों पर कई कार्य कराकर पैसा निकाला गया। चार लाख रुपये सहकारी समिति में इंटरलॉकिंग के नाम पर निकाले गए हैं। प्राइमरी विद्यालय में एप्रोच रोड व टाइल्स आदि के नाम पर लगभग बारह लाख रुपये निकाल लिए गए। काम पांच लाख रुपये का भी नहीं कराया गया।
आरोप यह भी लगाया कि पत्नी के नाम पर फर्म बनाकर उसके खाते में 23.42 लाख ट्रांसफर कराए जो नियम विरुद्ध है। डीएम ने शिकायत की जांच के लिए बीडीओ सुमेरपुर व ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के सहायक अभियंता को नामित किया है। डीएम ने 26 दिसंबर को स्थलीय निरीक्षण कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया है। निवर्तमान प्रधान कुलदीप चौधरी का कहना है कि चुनावी रंजिश को लेकर की जा रहीं शिकायतें बेबुनियाद हैं। कई बार हो चुकी जांच में अब तक कोई गड़बड़ी नहीं मिली है।
पाटन। विकासखंड सुमेरपुर की ग्राम पंचायत पाटन के निवर्तमान प्रधान पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए डीएम ने दो सदस्यीय टीम गठित कर दी है।
पूर्व ब्लॉक प्रमुख सुमेरपुर राजकुमार चौधरी ने डीएम को दिए गए शिकायतीपत्र में बताया है कि पंचायत के पिछले कार्यकाल में कागजों पर कई कार्य कराकर पैसा निकाला गया। चार लाख रुपये सहकारी समिति में इंटरलॉकिंग के नाम पर निकाले गए हैं। प्राइमरी विद्यालय में एप्रोच रोड व टाइल्स आदि के नाम पर लगभग बारह लाख रुपये निकाल लिए गए। काम पांच लाख रुपये का भी नहीं कराया गया।
आरोप यह भी लगाया कि पत्नी के नाम पर फर्म बनाकर उसके खाते में 23.42 लाख ट्रांसफर कराए जो नियम विरुद्ध है। डीएम ने शिकायत की जांच के लिए बीडीओ सुमेरपुर व ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के सहायक अभियंता को नामित किया है। डीएम ने 26 दिसंबर को स्थलीय निरीक्षण कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया है। निवर्तमान प्रधान कुलदीप चौधरी का कहना है कि चुनावी रंजिश को लेकर की जा रहीं शिकायतें बेबुनियाद हैं। कई बार हो चुकी जांच में अब तक कोई गड़बड़ी नहीं मिली है।
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