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वैज्ञानिक जय कुमार यादव। संवाद
– फोटो : UNNAO
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हसनगंज। ग्वालियर के राजमाता विजयराजे सिंधिया विश्वविद्यालय में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में स्थानीय कृषि विज्ञान केंद्र धौरा के दो वैज्ञानिकों को प्रतिभाग करने का मौका मिला है। वह प्राकृतिक खेती के गुर सीखेंगे।
प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली व भारतीय कृषि एवं अनुप्रयोग संस्थान कानपुर की ओर से तीन दिसंबर को ग्वालियर में कार्यशाला होगी। कार्यशाला में धौरा कृषि केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. जय कुमार यादव व डॉ. रत्ना सहाय प्रतिभाग करने जाएंगी।
डॉ. जय कुमार व डॉ. रत्ना के मुताबिक कार्यशाला में देशभर से 425 कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिक पहुंचेंगे। इसमें प्राकृतिक खेती तकनीक को जनमानस के लिए सरल बनाने पर चर्चा की जाएगी। प्राकृतिक खेती के लाभ की भी जानकारी दी जाएगी। डॉ. जय कुमार ने बताया कि प्राकृतिक खेती को रसायनमुक्त या गो आधारित खेती के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। इसमें केवल प्राकृतिक साधनों का उपयोग किया जाता है।
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