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उन्नाव। पंचायतीराज विभाग में विभिन्न ग्राम पंचायतों में सरकारी धन के दुरुपयोग की 39 शिकायतें सालों से जांच के इंतजार में हैं। विभाग की ओर से जिलास्तरीय अधिकारियों को दी गई सरकारी धन के दुरुपयोग की जांच की फाइलें अलमारियों में बंद हैं। वहीं जांच न होने से का फायदा जिम्मेदार उठा रहे हैं और गांवों में कथित विकास के नाम पर लाखों रुपये खर्च कर रहे हैं।
सुमेरपुर विकासखंड की ग्राम पंचायत सराय मनिहार, जप्सरा, बिहार, पाटन, कलानी, बक्सर, रामपुर खरही के ग्रामीणों ने डीएम को शपथपत्र देकर विकास कार्यों में सरकारी धन के दुरुपयोग की जांच कराने और जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की थी। डीएम ने जिलास्तरीय अधिकारियों को जांच सौंपी थी। शिकायत हुए लंबा समय हो गया लेकिन आज तक अधिकारी जांच के लिए मौके पर नही गए हैं। वहीं शिकायतकर्ता अधिकारियों के पास जाकर थक चुके हैं।
केस-2 गंजमुरादाबाद की ग्राम पंचायत अशायस, मेलारामकुंवर, मवई घनश्याम और नवाबगंज की पाली की शिकायत भी ग्रामीणों ने शपथपत्र पर दी थी। बताया था कि गांव में विकास कार्य कराने के नाम पर सरकारी धन का बंदरबांट किया गया है। डीएम ने फिर जिलास्तरीय अधिकारियों को जांच के आदेश दिए। यहां भी अधिकारियों ने डीएम के आदेश को हवा में उड़ा दिया। शिकायतें ठंडे बस्ते में डाल दीं। इसका फायदा प्रधान, सचिव आज भी उठा रहे हैं। अधिकारियों ने जांच और कार्रवाई न करके जिम्मेदारों को अभयदान दे रखा है।
अधिकारियों के पास ग्राम पंचायतवार शिकायतों की संख्या
-प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी-औरास की अलीपुर मिचलौला, नेवारा उदई, सैदापुर, भुरकुंडी, लोधाटीकुर।
-सहायक निबंधक सहकारिता-गंजमुरादाबाद की अशायस, मेलारामकुंवर व इस्माइलपुर आंबापारा
-जिला उद्यान अधिकारी-गंजमुरादाबाद की मवई घनश्याम, सुमेरपुर की रामपुर खरही व बक्सर।
-एक्सईएन ग्रामीण अभियंत्रण विभाग-बीघापुर की दिग्विजयपुर, रावतपुर व मगरायर।
-जिला कृषि अधिकारी-बिछिया की सकरन, सफीपुर की मुरादपुर व सकहन राजपूतान, हसनगंज की सकतपुर।
-जिला कार्यक्रम अधिकारी-सुमेरपुर की कलानी व पाटन, नवाबगंज की पाली।
-मनरेगा उपायुक्त-असोहा की मझरिया व बचरौली।
-एनआरएलएम उपायुक्त-पुरवा की त्रिपुरारपुर व सुमेरपुर की सराय मनिहार।
-जिला विकास अधिकारी-असोहा की ज्ञानपुरबरहा, सफीपुर की अम्बहरा –
जिला कृषि रक्षा अधिकारी-सुमेरपुर की जगतपुर व जप्सरा, सफीपुर की फततेपुर।
-एक्सईएन जलनिगम-पुरवा की जगतखेड़ा, असोहा की रामपुर।
-पीडी डीआरडीए-बिछिया की मवईया।
-सहायक अभियंता लघु सिंचाई-सुमेरपुर की देवारा व बिहार।
-मुख्य पशु चिकित्साधिकारी-मियागंज की नरुल्लानगर।
-महाप्रबंधक उद्योग केंद्र-बिछिया की नेवरना।
-डीपीआरओ-सुमेरपुर की पाटन।
लंबित शिकायतों को लेकर 19 मई को बैठक की गई थी। जानकारी में आया था कि 39 शिकायतें लंबित हैं। इसके लिए नामित जांच अधिकारियों को एक जून तक का समय दिया गया है। निर्देश दिए गए हैं कि ग्राम पंचायतों में जाकर स्थलीय/अभिलेखीय जांच करके आख्या उपलब्ध कराएं। निर्धारित समय सीमा में रिपोर्ट नहीं दी तो जांच अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
अपूर्वा दुबे, डीएम।
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