[ad_1]
उन्नाव। जमीन पर कब्जे और अपमान से आहत होकर आत्मदाह करने वाले बुजुर्ग की लखनऊ में इलाज के दौरान मौत से आक्रोशित परिजन शव लेकर कलक्ट्रेट पहुंचे। झाड़ी शाह मजार के पास एकत्र परिजनों आरोपियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। हालांकि पुलिस की मौजूदगी होने से परिजन शव को एंबुलेंस से नहीं उतार सके। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने सख्त कार्रवाई का आश्वासन देकर परिजनों को शांत कराया। परिजनों के शव लेकर जाने के बाद अफसरों ने राहत की सांस ली।
माखी थानाक्षेत्र के पवई गांव निवासी विजयशंकर अग्निहोत्री का पड़ोसी रमेश तिवारी उर्फ राजन से पैतृक जमीन को लेकर विवाद था। 12 अप्रैल को रमेश तिवारी, पत्नी के नाम से स्वीकृत प्रधानमंत्री आवास का निर्माण करा रहे थे। इसकी जानकारी पर पहुंचे विजयशंकर ने पैतृक मकान की दीवार काटकर पड़ोसी द्वारा दीवार बनाने का विरोध किया था। दोनों पक्षों में कहासुनी के दौरान पड़ोसियों ने गाली गलौज की और महिलाओं ने मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। इससे आहत होकर विजयशंकर ने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली थी। लखनऊ ट्राॅमा सेंटर में इलाज के दौरान गुरुवार को मौत हो गई थी।
भाई अरुण कुमार उर्फ भैयालाल ने तहरीर देकर पड़ोसी रमेश उर्फ राजन, महेश उर्फ नान, रामबाबू व उसकी बहन माया पर मारपीट कर आग लगाने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी। पुलिस ने हत्या के प्रयास समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर दो लोगों को हिरासत में लिया था। शुक्रवार को लखनऊ में पोस्टमार्टम के बाद दोपहर बाद परिजन एंबुलेंस से शव लेकर कलक्ट्रेट पहुंचे। गेट के पास स्थित मजार के पास पहुंचे। आरोपियों की गिरफ्तारी और कराए गए अवैध निर्माण ध्वस्त करने की मांग की। परिजनों ने माखी थाने में तैनात एक दरोगा पर विपक्षियों से मिले होने और एक पक्षीय कार्रवाई का आरोप भी लगाया।
प्रदर्शन की सूचना पर सिटी मजिस्ट्रेट विनय कुमार गुप्ता, सीओ सफीपुर ऋषिकांत शुक्ला, एसओ माखी रामआसरे चौधरी, सदर कोतवाल राजेश पाठक पहुंचे और कार्रवाई का भरोसा देकर परिजनों को शांत कराया। अधिकारियों के भरोसे पर परिजन शव लेकर चले गए। मुकदमे में अरुण कुमार उर्फ भईयालाल ने माखी थाने में गांव के रमेश उर्फ राजन, महेश तिवारी उर्फ नान, रामबाबू व महिला माया पर धारा 323, 504, 506, 307, 447 में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उपचार के दौरान अधेड़ की मौत होने के बाद मामले में सीओ ऋषिकांत शुक्ला का कहना है कि दर्ज कराए गए मुकदमे में धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) भी बढ़ाई जाएगी।
[ad_2]
Source link